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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। विद्यालय की अंडर-14 हॉकी टीम ने 50 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद पंजाब पब्लिक स्कूल नाभा (पंजाब) को 4-0 से हराकर प्रतिष्ठित 42वें नेहरू कप हॉकी टूर्नामेंट में क्वालीफाई कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। विद्यालय की टीम स्कूल के प्राचार्य कर्नल अनिल देव सिंह जसरोटिया एवं उप-प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल पारुल श्रीवास्तव के निर्देशन में 8 अक्टूबर से 20 अक्टूबर 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित होने वाले 42वें नेहरू कप हॉकी टूर्नामेंट में भाग लेगी।
स्कूल के जनसंपर्क अधिकारी बाबूलाल शिवरान ने बताया कि नेहरू कप भारत का सबसे पुराना और प्रतिष्ठित हॉकी टूर्नामेंट है, जिसमें देशभर के चुनिंदा विद्यालयों की टीमें भाग लेती हैं। ऐसे मंच पर खेलना न केवल विद्यालय बल्कि पूरे राजस्थान राज्य के लिए गर्व की बात है। इस वर्ष की टीम ने एकजुटता, खेल कौशल और मानसिक दृढ़ता का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। हर खिलाड़ी ने अपनी भूमिका को पूर्ण निष्ठा और अनुशासन से निभाया। खिलाड़ियों की शारीरिक फिटनेस, रणनीति, तकनीक और मनोबल पर विशेष ध्यान दिया, जिसका प्रतिफल इस ऐतिहासिक क्वालीफिकेशन के रूप में सामने आया।
विद्यालय के प्राचार्य कर्नल अनिल देव सिंह जसरोटिया ने इस अवसर पर खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि यह केवल एक खेल प्रतियोगिता में चयन नहीं है, बल्कि यह हमारी विद्यालय की समृद्ध खेल-संस्कृति की पुनः स्थापना है। 50 वर्षों बाद हमारी टीम ने
राष्ट्रीय स्तर पर जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगी। हमें गर्व है कि हमारे छात्र अब राष्ट्रीय मंच पर विद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे। हम सभी उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।