views

निगले हुए शिकार के साथ किया गया सुरक्षित रेस्क्यू
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। गंगरार तहसील के सलैरा गांव में रविवार को एक बेहद रोमांचक और चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। ग्रामीणों ने नन्द राम जाट के खेत में एक विशाल अजगर को देखा, जो पहले ही किसी जानवर का शिकार कर चुका था और उसे निगल चुका था। यह अजगर करीब 13 फीट लंबा और 45 किलोग्राम वजनी था। अजगर की उपस्थिति से गांव में हलचल मच गई, लेकिन ग्रामीणों के कालू सुथार ने सूझबूझ दिखाते हुए तुरंत चित्तौड़गढ़ वन्य जीव प्रेमी मनीष तिवारी को सूचना दी।
कॉल मिलते ही मनीष तिवारी ने अपनी टीम के पियूष कामले (RGB), श्री मुबारिक और श्री राम कुमार साहू को तुरंत मौके के लिए रवाना किया। अजगर ने हाल ही में शिकार को निगल रखा था, जिससे वह अधिक भारी और कम गतिशील था, लेकिन यही स्थिति रेस्क्यू टीम के लिए चुनौती का विषय बन गई। यदि अजगर को अनावश्यक तनाव दिया जाता, तो वह शिकार को उलटी से बाहर निकालने का प्रयास कर सकता था, जो उसके लिए खतरनाक हो सकता था।
टीम ने कई घंटों तक सावधानीपूर्वक प्रयास करते हुए अजगर को बिना किसी हानि पहुँचाए सुरक्षित पकड़ लिया। इस दौरान आसपास मौजूद ग्रामीणों ने व नन्द राम जाट और उनके परिवार ने भी संयम व सहयोग दिखाया। रेस्क्यू के दौरान स्थानीय लोगों ने टीम के साहसिक प्रयासों की सराहना की और तालियों से उनका उत्साहवर्धन किया।
रेस्क्यू के सफल समापन के बाद अजगर को उसके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित छोड़ दिया गया, ताकि वह स्वतंत्र रूप से अपने वातावरण में लौट सके।
चित्तौड़गढ़ वन्य जीव प्रेमी टीम ने पुनः अपील की कि वन्यजीवों को देखकर डरें नहीं, उन्हें नुकसान ना पहुँचाएं, बल्कि तुरंत विशेषज्ञों से संपर्क करें। उनका संदेश साफ था:
"प्रकृति के हर प्राणी का जीवन मूल्यवान है – जागरूक रहें, सुरक्षित रहें।"