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विभागीय अधिकारियों की लापरवाही वाहन चालकों के लिए बनी जी का जंजाल
सीधा सवाल। कपासन। कपासन मुख्यालय से रेलमगरा की और आने वाला मुख्य मार्ग सुरजपुरा चौराहे तक जगह जगह गड्ढों में तब्दील हो जानें से छोटे बड़े सभी वाहन चालकों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।प्राप्त जानकारी अनुसार कपासन उपखण्ड मुख्यालय से राजसमंद जिले के रेलमगरा मार्ग की ओर कपासन से सुरजपुरा तक करोड़ों रुपए की लागत से करीब एक वर्ष पूर्व बनी 12 किमी दूरी का मेघा हाई वे मार्ग जगह जगह से बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर गढ्डों में तब्दील हो चुकी है। मार्ग पर से कंकरिया तक निकल चुकी है। तथा कोलतार डामर तो गायब ही हो चुका है। विभाग की बेपरवाही से मार्ग जगह जगह से नीचे धंस जानें से गढ्डों में तब्दील हो चुका है।इस क्षतिग्रस्त मार्ग कपासन से प्रतिदिन कांकरोली, रेलमगरा, आमेट, मातॢकुण्डीयां,फतहनगर,भीलवाड़ा,जाशमा,शनि महाराज, सांवरिया जी आदि मार्गों पर करीब एक सो से अधिक सरकारी व निजी बस सेवाओं के संचालन के साथ साथ अनगिनत दुपहिया एवं भारी वाहनों का बड़ी संख्या संचालन होता हैं।मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण दुपहिया,चार पहिया एवं भारी वाहनों के चालकों सहित स्थानीय निवासियों राहगीरों का आना जाना दुश्वार बना हुआ है। तथा इस क्षतिग्रस्त हो चुके मार्ग पर आए दिन छोटे मोटे हादसे घटते रहते हैं। तथा बरसात के दिनों में गड्ढों में पानी भर जानें से तों इस मार्ग की हालत और खस्ता हो जाती है। जिससे इस मार्ग पर से गुज़रने वाले वाहनधारीयो एव़ं राहगीरों को दिन मे ही तारें दिखने लग जाते हैं। मार्ग क्षतिग्रस्त होने के साथ ही आमतौर पर बड़े वाहनों के संचालन के कारण दुपहिया वाहन चलाने वालों का धूल मिट्टी के कारण अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। उक्त क्षतिग्रस्त मार्ग से सैकड़ो की संख्या में निजी एवं सरकारी विद्यालयों में अध्ययन करने वाले नन्हे मुन्ने बालक बालिका प्रतिदिन कपासन उपखंड मुख्यालय आते जाते हैं। इस कारण सदैव उनकी जान का जोखम परिवार जनों के लिए बना रहता हैं।पूर्व कांग्रेस ग्रामीण मंडल अध्यक्ष लोकेश जाट धमाणा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, क्षेत्रीय सांसद एवं विधायक से उक्त समस्या के त्वरित समाधान की मांग की हैं। जिससे जन समुदाय को यात्रा करने में सुगमता रहे।एवं संभावित दुर्घटनाओं से राहत मिल सके।