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पक्षियों की अठखेलिया देखकर हुए अभिभूत
सीधा सवाल। चिकारड़ा/ डूंगला। किशन करेरी स्टेट वेटलैंड पर गुरुवार को जिला कलक्टर आलोक रंजन के साथ उपवन संरक्षण राहुल झाझडिया पक्षी विहार तालाब पर पक्षीयो को निहारने पहुंचे , जहां स्थानीय संगठन के सदस्यों एवं ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर सहित उपस्थित अन्य पदाधिकारी का स्वागत किया।
संगठन सदस्य भैरु पुरोहित ने बताया कि जिला कलक्टर एवं उपवन संरक्षण को यहां बर्ड वाचिंग करवाते हुए प्रवासी व स्थानीय परिंदों से रूबरू करवाया , जिला कलक्टर ने अपने कैमरे में इनकी तस्वीरों को कैद किया एवं जानकारियां ली । इस दौरान तालाब को IBA सूची में दर्ज करवाने हेतु प्रपोजल भेजने की भी बात कही । सभी ने तालाब किनारे भ्रमण करते हुए सारस क्रेन, बार हेडेड गुज़, नॉर्दर्न शोवलर, यूरेशियन विजन, रूडी शैल डक, कॉमन पोचार्ड, रेड क्रिस्टर्ड पोचार्ड, कॉमन टील, ब्लैक टेल्ड गॉडविट, गेडवाल, टफ्टेड डक, ग्रेट कस्टर्ड ग्रीब, स्पॉट बिल्ड डक, कोम्ब डक, ग्रे लेग गुज़ सहित कई पक्षियों को देखा । यहां यह बतादे की पक्षी विहार किशन करेरी प्रवासी परिंदों का पसंदीदा आशियाना है। यहां शीत ऋतु के आरम्भ से ही प्रवासी पक्षी आना शुरू हो जाते हे जो ग्रीष्म ऋतु के आरम्भ तक रुकते है। प्रवासी पक्षी हजारों किलोमीटर दूर से उड़कर प्रतिवर्ष इसी स्थान पर आते हैं। अपना जीवन चक्र बनाते हैं। इन परिंदों को निहारने देश विदेश से पर्यटक पहुंचते हे एवं इनकी अठखेलियों को देख आनंदित होते कई वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर इनकी अठखेलियों को अपने कैमरे में कैद करते है। स्थानीय संगठन ग्रीन अर्थ नेचुरल सोसायटी एक दशक से अधिक समय से इन परिंदों के संरक्षण में सक्रिय रूप से प्रयासरत है । यहां विचरण करने वाले परिंदों की डॉक्यूमेंट्री बनाकर भी रखते है। तथा समय समय पर संबंधित विभाग को अवगत करवाते है, लगातार प्रयासों के बाद राज्य सरकार ने इस तालाब को स्टेट वेटलैंड सूची में भी दर्ज किया है।