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चित्तौड़गढ़ महेश वाटिका गांधीनगर में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा में आचार्य डॉ पंडित मिथिलेश नगर ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए हैं कहां की सकल ग्राम विकास परिकल्पना के आधार पर पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताते हुए प्रत्येक घर में तुलसी का पौधा होना चाहिए एवं घर के बाहर हिंदू संस्कृति के मंगल सूचक चिन्ह प्रतीक के रूप में अंकित होना चाहिए l
महेश वाटिका गांधीनगर में स्वर्गीय हरक लाल बाहेती की पुण्य स्मृति में श्रीमती कृष्णा देवी राजकुमार बाहेती तथा गोपाल बाहेती परिवार की ओर से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है भागवत कथा में आचार्य डॉक्टर पंडित मिथिलेश नगर जो कि मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गुरु पीठ निनोरा धाम से पधारे हैं उन्होंने कहा कि हर घर में तुलसी का पौधा होना चाहिए तुलसी से पौधा सुख समृद्धि तथा धन वृद्धि होती है। प्रत्येक व्यक्ति को सनातन संस्कृति की रक्षा हेतु सामाजिक समरसता का भाव मन में रखना चाहिए और उसे जीवन में उतरना चाहिए प्रत्येक व्यक्ति यदि अपने नागरिक कर्तव्य को समझ लें तो यह भारत पुन स्वर्णिम युग में पहुंचकर परम वैभव को प्राप्त करेगा। कथा प्रसंग में ज्ञान भक्ति वैराग्य का कष्ट दूर करने के लिए देव ऋषि नारद ने सनत कुमारन के श्री मुख से यह दिव्या पुराण श्रवण करवाई थी जिससे ज्ञान भक्ति वैराग्य का कष्ट दूर हुआ।
इस कथा में चित्तौड़गढ़ के अलावा आसपास के क्षेत्र तथा गुजरात महाराष्ट्र एवं मालवा से कई श्रद्धालुओं ने कथा को श्रवण किया। आचार्य श्री ने बताया कि निनोदा धाम द्वारा प्रवासी समुदाय हिंदू बच्चों के लिए गुरुकुल की निर्माण कार्य चल रहा है आज गुरुकुल निनोदा धाम ट्रस्ट के समस्त पदाधिकारी कारण ने उपस्थित होकर व्यास पीठ का पूजन किया एवं पूज्य गुरुदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया।
कथा प्रसंग में गुरुवार को आत्मदेव आत्मदेव और धूंधूली का चरित्र एवं श्री कपिल भगवान की उत्पत्ति एवं अन्य अवतार का विस्तृत वर्णन कथा के माध्यम से सचित्र किया जाएगा।