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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों के लिए रोजगार और कौशल विकास के नए अवसर खुल गए हैं। महाविद्यालय और बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग (BOAT – उत्तर क्षेत्र), भारत सरकार के बीच 17 दिसंबर 2025 को जयपुर में एक महत्वपूर्ण समझौता (MoU) हस्ताक्षरित किया गया।
यह समझौता आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा, जयपुर में आयुक्त एवं BOAT के असिस्टेंट डायरेक्टर मानस की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस एमओयू के तहत वाणिज्य संकाय के बी.कॉम (BFSI) अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को भारत सरकार की राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप योजना के अंतर्गत सीधे प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा।
समझौते के अनुसार छात्रों को किसी प्रतिष्ठित बैंकिंग, वित्तीय संस्था या संबंधित उद्योग में एक वर्ष का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान छात्रों को न्यूनतम 12,300 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड भी प्रदान किया जाएगा, जिससे वे अध्ययन के साथ-साथ आर्थिक रूप से सशक्त बन सकेंगे।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर हेमेन्द्र नाथ व्यास ने इसे छात्र हित में मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और यूजीसी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है। इससे विद्यार्थियों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ व्यावहारिक अनुभव मिलेगा और उनके रोजगार की संभावनाएं मजबूत होंगी।
इस अवसर पर वाणिज्य संकाय के डॉ. भावना हिंगड़, डॉ. रमेश जाबरोलिया, सोनू कुमावत, सी.पी. सैनी और सुशील काबरा मौजूद रहे, जिनका इस समझौते को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा।