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पांच थानों के थानाधिकारियों, पुलिस लाईन की दो टीमों व गंगरार डीएसपी ने बच्चियों की रात भर पूरे जंगल में की सघन तलाशी
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। पुलिस थाना राशमी क्षेत्र में बकरिया चराने जंगल में गई गंदरफ गांव की तीन नाबालिग लड़किया के रात्री तक वापस नही लौटने पर प्रकरण दर्ज कर घटना की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस टीमो द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना के 12 घंटे के अंदर तीनो नाबालिग लड़कियो को दस्तयाब किया गया। पांच थानों के थानाधिकारियों, पुलिस लाईन की दो टीमों व गंगरार डीएसपी ने बच्चियों को रात भर पूरे जंगल की सघन तलाशी कर सवेरे सुरक्षित हालत में खोज निकाला।
जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि गन्दरफ गांव के एक बच्ची के पिता ने लिखित रिपोर्ट देकर कहा कि उसकी बच्ची व उसके गांव की दो अन्य बच्चियां तीनो बकरिया चराने के लिये राशमी तालाब की तरफ गयी जो शाम को लगभग 6.00 पीएम बकरिया वापस घर पर आ गयी मगर बच्चियां घर पर नही आई है। इस पर गांव के लोगो ने मिलकर तालाब पर जाकर देखा तो तीन लकड़ी की गठरियाँ पड़ी हुई थी। तीनो नाबालिग लड़कियो का कई पता नही चला जिस पर तालाब के ईलाके मे एवं आस पास के गांव मे सब ने मिलकर बहुत तलाश की मगर तीनो नाबालिग लड़कियो का कोई पता नही चला है। एक लड़की के पास मोबाईल भी था जो स्वीच ऑफ आ रहा है। रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया जाकर सुचना की गम्भीरता को देखने हुए, सुचना व घटना के हालात से उच्चाधिकारियो को अवगत कराया गया तथा नाबालिग लड़कियो की तलाश शुरू की गई।
तीन नाबालिग लड़कियो का एक साथ गायब हो जाने से मामले की गम्भीरता व कोई अनहोनी घटना घटित नही हो जाये इसके मद्देनजर एएसपी चित्तौड़गढ़ सरिता सिंह के निर्देशन में व डीएसपी गंगरार शिवन्या सिंह के सुपरविजन में थानाधिकारी गंगरार रतन सिंह पु.नि. व थाना राशमी का सम्पूर्ण जाप्ता, थानाधिकारी गंगरार दुर्गा प्रसाद दाधिच पु.नि. व जाप्ता, थानाधिकारी साडास आजाद पटेल उ.नि. व जाप्ता, थानाधिकारी कपासन सुनील शर्मा पु.नि. व जाप्ता, थानाधिकारी भुपालसागर लादू लाल खटिक उ.नि. व जाप्ता, साईबर सैल जिला चित्तौड़गढ तथा पुलिस लाईन चित्तौड़गढ से दो टीमें ठाकरा राम पु.नि. व जाप्ता एवं आशुतोष पु.नि. व जाप्ता का गठन किया जाकर रात्री में जंगल व तलाब में ड्रेगल लाईटो की सहायता से सघन तलाशी अभियान चलाया गया। गुमशुदा की सी.डी.आर. निकलवाई जाकर मुस्तबागण की तलाश, पुछताछ व गुमशुदा की लोकेशन के आधार पर तलाश की गई। अल सुबह ड्रोन केमरा की टीम से भी तलाश करवाई गई। उक्त सभी टीमो ने मिलकर सामुहिक रूप से अभियान चलाकर लगातार भरसक प्रयास करते हुए घटना की गम्भीरता को मध्यनजर रखते हुए डीएसपी गंगरार शिवन्या सिंह के सुपरविजन में जंगल में ही केम्प रखा जाकर अथक प्रयास करते हुए सम्पुर्ण टीमो ने मिलकर घटना के 12 घंटे के अंदर उक्त तीनो नाबालिग लड़कियो को जंगल से ही दस्तयाब कर बाल कल्याण समिति चित्तौड़गढ के समक्ष पेश किया जाकर तीनो नाबालिग लड़कियो को माता पिता को सिपुर्द किया गया। घटना के संबंध में विस्तृत अनुसंधान किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने माता-पिता से आग्रह किया कि वे—
•बच्चियों को मोबाइल फोन एवं सोशल मीडिया का उपयोग सीमित समय और निगरानी में करने दें।
•उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स, मित्र सूची एवं ऑनलाइन गतिविधियों पर नियमित नज़र रखें।
•अनजान व्यक्तियों से बातचीत, फोटो/वीडियो साझा करने के दुष्परिणामों के बारे में उन्हें समझाएँ।
•बच्चियों से मित्रवत संवाद बनाए रखें ताकि वे किसी भी समस्या को बिना डर के साझा कर सकें।
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी बच्ची के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से किसी प्रकार की छेड़छाड़, धमकी, ब्लैकमेलिंग या साइबर अपराध की आशंका हो, तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या साइबर हेल्पलाइन पर सूचना दें। समय पर की गई सूचना से अपराध को रोका जा सकता है और बच्चियों को सुरक्षित भविष्य दिया जा सकता है।