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- शहर में आधी रात मनाया जश्न
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के प्रख्यात कृष्णधाम श्री सांवलिया जी मंदिर में नए साल पर श्रद्धालुओं की भीड़ का नया रिकॉर्ड बना है। नव वर्ष के अवसर पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। कई घंटों तक घंटे से मंदिर को जोड़ने वाले सड़क मार्ग श्रद्धालुओं की भीड़ से अटे रहे। इन दो दिवस पर श्रद्धालुओं की संख्या ने जलझूलनी एकादशी मेले का भी रिकार्ड तोड़ दिया। इधर, शनिवार रात शहर और कई क्षेत्रों में नववर्ष का जश्न मनाया गया।
जानकारी के अनुसार नववर्ष को लेकर सांवलियाजी मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के आने का क्रम शनिवार को ही शुरू हो गया और रविवार तक भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
इतने श्रद्धालु उमड़ेंगे इसका अनुमान मंदिर प्रशासन व पुलिस विभाग के साथ ही कस्बे के लोगों को भी नहीं थी। पुलिस प्रशासन ने वाहनों को रोकने के लिए 2 दिन पहले ही इंतजाम करके दोपहर 12 से कस्बे से बाहरी वाहनों का पार्किंग शुरू करा दिया। इसी वजह से भीड एक जगह इकट्ठी नहीं हो पाई पूरे कस्बे में बिखर गई। अधिकतर भीड़ दर्शनार्थियों की रही। दर्शन के लिए शनिवार को 2.30 बजे शयन झांकी के बाद श्रद्धालुओं की कतारें शुरू हुई जो रात 11 बजे तक जारी रही। इसके बाद रविवार तड़के 5 बजे से श्रद्धालुओं की कतारें पुनः दर्शन के लिए लग गई जो सांय 6 बजे तक थमने का नाम नहीं ले रही थी। श्रद्धालुओं की कतार कुरेठा नाका को पार कर गई। हालांकि कतारें तीन श्रेणी में होने के बाद भी इतनी लंबी लाइन पहले कभी नहीं देखी गई। अबकी बार वीआईपी दर्शन के अधिकार द्वार शक्ति से बंद करने के कारण अधिकांश श्रद्धालु के सिंहद्वार से ही प्रवेश किया। श्रद्धालुओं की इतनी संख्या आज दिन तक किसी ने नहीं देखी नहीं सुनी। कस्बेवासियों का मानना है कि इतनी भीड़ तो जलझूलनी एकादशी के 3 दिन से मेले में भी नहीं पहुंची है।
शहर में मनाया जश्न, हुई आतिशबाजी
इधर, शनिवार रात को शहर और गांवों में नए साल का जश्न मनाया। जम कर आतिशबाजी की गई। वहीं शहर की कई होटलों में भी कार्यक्रम हुवे। शहर के आस पास स्थित होटल और रिसोर्ट में कार्यक्रम हुवे। रात 12 बजने के साथ ही एक दूसरे को शुभकामनाएं देने का क्रम शुरू हो गया।