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सीधा सवाल। कपासन। दीपाली बारेगामा पुत्री प्रेम शंकर बारेगामा को भूपाल नोबल्स विश्वविधालय उदयपुर द्वारा पीएच.डी की उपाधि प्रदान की गई।दीपाली ने भूपाल नोबल्स विश्व विद्यालय के भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र पारीक के मार्गदर्शन में विक्षुब्ध और अविक्षुब्ध परिस्थितियों में द्वितीयक विकिरण प्रवाह का तुलनात्मक अध्ययन विषय पर शोध किया।तथा ये बताया कि जब अन्तरिक्ष में खगोलीय घटना घटित होती है।जैसा की: पूर्णिमा, सुपरमून, धूमकेतु का पृथ्वी के नजदीक आना, और सूर्य नक्षत्र से पारगमन इत्यादी।तब सामान्य दिनों की तुलाना में द्वितीय अंतरिक्ष किरणों की मात्रा और ऊर्जा में परिवर्तन हो जाता हैं।इसका अध्ययन सिंटिलेशन डिटेक्टर से लिया गया।दीपाली ने अपनी रिसर्च के दौरान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 8 रिसर्च पेपर प्रकाशित और संगोष्ठीयों में प्रस्तुत किये।जो उनकी विशेषज्ञता और शोध क्षमताओं को दर्शाते हैं। कपासन की निवासी दीपाली बारेगामा ने बताया कि उनके माता और पिता एवं पिता तुल्य मोहब्बत सिंहजी को अपना धन्यवाद ज्ञापित करना चाहती हैं।उनके मार्गदर्शन के बिना ये संभव नहीं था,इनकी सफलता एक प्रेरणा हैं।हर चुनौतियों का सामना करके आगे बढ़ें और अपने लक्ष्य को प्राप्त करें,कड़ी मेहनत, समर्पण और जुनून से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।उक्त उपलब्धि पर परिवार जनों सहित समाज बंधुओ ने हर्ष व्यक्त किया।