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छोटीसादड़ी। लॉकडाउन से आमजनों के साथ पशु पक्षी भी प्रभावित हो रहे है। उसके असर से उन्हे हरा चारा और पीने के लिए पानी भी मिलना बंद हो गया है। शहर की स्थिति को लेकर सार्वजनिक स्थानों पर बेजुबानों पानी और चारा के लिए तडप रहे है। वह प्यास और भूख मिटाने के लिए अब गलियों और मोहल्लों में घूमते नजर आ रहे है। जिनकी प्यास और भूख मिटाने के लिए समाजसेवी सामने आए है।लॉकडाउन के चलते मवेशियों को खाने और पीने की समस्या सामने आ गई है। आम नागरिकों की तरह उन्हें भी भूख प्यास सताने लगी है। सड़क पर पड़ी पन्नी और कचरा खाने और गंदी नालियों का पानी पीने के लिए उन्हें मजबूर होना पड़ रहा है। उनकी तकलीफों को देख अब विभिन्न मोहल्लों से समाजसेवी हरा चारा और पानी टंकी भरकर पानी पिला रहे है।
गौशाला मे गायों के लिए 125 ट्राली ख़ाकला, हरी घास खिलाई जारही है....
जमलावदा गांव में स्थित ग्वाल गोपाल गौशाला मे गायों के लिए ख़ाकला व हरी घास आदि दान दी जा रही है। प्रकाशचंद कुमावत ने बताया कि गौशाला में गायों के लिए दानदाताओं ने 125 ट्राली सुखला व 25 ट्राली हरी घास सहित राजमल ज्ञानचंद बंबोरिया की ओर से 2 क्विंटल खल गायों के लिए दी गई। गौशाला अध्यक्ष पूरणमल आंजना के नेतृत्व में प्रकाशचंद कुमावत,कांतिलाल दक, ताराचंद शर्मा सहित गौशाला के सदस्य सुखला संग्रह एवं गौ सेवा का कार्य कर रहे हैं। वही महावीर इंटरनेशनल शाखा के सदस्यों द्वारा लोगों को गौ सेवा के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
शहर की गायों को खिला रहे हरा चारा,बंदरो को हरी सब्जियां
समाजसेवी कई सप्ताह से मनीष अग्रवाल,संजय कुमावत, प्रकाश कुमावत आदि कई व्यक्ति हरा चारा खरीदकर शहर की सभी सड़कों पर विचरण कर रहे बेजुबानों की भूख मिटाई। मेहनत करके पानी की टंकियों को साफ किया है। घर के दरवाजे और सड़क पर रखकर हैंडपंप के साथ नलों के माध्यम से उन्हें भरा जा रहा है। बेजुबानों के कंठ की प्यास को बुझाने के लिए मोहल्लो में गायों और बछड़ों को पानी पिलाया जा रहा है। इसके साथ ही किसी किसान के खेत से भूसा भरकर उन्हें खिलाया। नगर का एक ग्रुप गौमाता व वानर सेवा जो हमेशा चारे व वानर के भोजन की व्यवस्था करता है। इस समय जब पूरा विश्व कोरोना के महायुद्ध से लड़ाई लड़ रहा है। लोग सभी अपने घरों में बैठे है। ऐसी स्थित में पशु-पक्षी भूखे न रहे इस बात का ध्यान रखते हुए बजरंग दल के सहयोग से रोज सुबह नगर में गायों के लिए हरे चारे की व्यवस्था की गई है। वही श्री भँवरमाता मंदिर में वानरों को हरी सब्जियां खिलाई जा रही है। और मछलियों को चने डाले जा रहे है। इसी क्रम में कबूतरो व अन्य पक्षियों के लिए मक्का कबुतर खाने पर डालने की व्यवस्था की गई है। इस कार्य जब तक लॉकडाउन है तब तक नगर के भामाशाहों के सहयोग से ये मुहिम चलती रहेगी।