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धीरजी का खेड़ा उपसरपंच पर लगे आरोप
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले भदेसर उपखंड क्षेत्र में स्थित धीरजी का खेड़ा ग्राम पंचायत के उपसरपंच के खिलाफ अपनी पत्नी के साथ दहेज की मांग और मारपीट करने का मामला सामने आया है। संतान नहीं होने पर मारपीट कर हाथ तोड़ने और आठ दिन कमरे में बंद रखने का आरोप पीड़िता ने लगाया है। पीड़िता का भाई अपनी बहन से मिलने पहुंचा, तब इस बात का खुलासा हुआ। शादी के 15 साल बाद भी बच्चें नहीं होने पर उपसरपंच ने अपनी पत्नी को बंधक बना कर पिटाई की। भाई ने अपनी बहिन को चिकित्सालय में भर्ती करवाया और भदेसर पुलिस थाने में एक रिपोर्ट दी है। घटना को लेकर कन्नौज निवासी कैलाश ने बताया कि उसकी बहन चंदा पत्नी मुकेश गिरी गोस्वामी की शादी 15 साल पहले मुकेश गिरी गोस्वामी से हुई थी। शादी के बाद 15 साल ने इनके कोई संतान नहीं हुई। इसके बाद मुकेश गिरी गोस्वामी लगातार चंदा को प्रताड़ित करने लगा और साथ ही साथ दहेज की मांग करने लगा। पिछले कई महीनों से वह लगातार दो लाख रुपयों की मांग कर रहा था। मुकेश गिरी गोस्वामी भदेसर उपखंड के धीरखेड़ा ग्राम पंचायत का उप सरपंच है। पत्नी द्वारा रुपए नहीं दिए जाने पर उसने मारपीट करना शुरू कर दिया। इसमें महिला के ससुर कैलाश गिरी, देवर रमेश गिरी, पुरण गिरी, देवरानी प्रेम बाई, कैलाशी बाई सब शामिल थे। कैलाश ने बताया कि कि 10 दिन पहले भी प्रार्थी की बहिन चंदा अपने ससुराल में थी और रोज की तरह ही काम कर रही थी। आरोपियों ने हम सलाह होकर उसको एक कमरे में बंद कर दिया और लगातार उसके साथ मारपीट की। इससे वह बेहोश हो गई। उसके बाद देवर और देवरानी उसे पास के हॉस्पिटल में ले जाकर उसका प्राथमिक उपचार करवाया। लेकिन उसके बाद भी मारपीट जारी रखी। महिला का भाई कैलाश आवरी माता दर्शन के लिए गया और लौटते समय अपनी बहन से मिलने गया तो उसे अपनी बहन की इस हालत का पता चला। इस पर कैलाश तुरंत अपनी बहन को लेकर जिला हॉस्पिटल चित्तौड़गढ़ ले आया, जहां उसे एडमिट किया गया और भदेसर पुलिस को तुरंत इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने चंदा देवी का बयान दर्ज कर उनके बयान के आधार पर रिपोर्ट ले ली।