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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर के सदर थाना इलाके में कार चोरी होने का मामला सामने आया है। चोरी के दौरान चालक भी गाड़ी में मौजूद था, जिसे बीच रास्ते में ही बदमाशों ने उतार दिया गया और उसके फोन को एक जंगल में फेंक दिया गया। वाहन में जीपीएस लगा हुआ था, जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। कार चालक जयपुर का रहने वाला है, जो पर्यटकों को घुमाने के लिए पुष्कर, अजमेर और चित्तौड़गढ़ लेकर लाया था।
सदर थाने के एएसआई अमरसिंह ने बताया कि दौसा हाल भट्टा बस्ती, शास्त्रीनगर, जयपुर निवासी बुद्धिप्रकाश पुत्र नाथूदास महावर ने एक रिपोर्ट दी है। इसमें बताया कि उसकी कार को वह टैक्सी के रूप में चलाता है। 30 दिसंबर को वह जयपुर में था। इसी दौरान कोलकाता से कुछ पर्यटक आए और कार किराए से ली। वह पर्यटकों को लेकर पुष्कर होते हुए अजमेर पहुंचे। रात वहीं पर रुके। 31 दिसंबर को सुबह अजमेर से रवाना होकर चित्तौड़गढ़ पहुंचे। रिपोर्ट में बताया कि पर्यटकों को यहां दिन भर घुमाने के बाद रात के करीब 8 उन्हें आरटीडीसी होटल छोड़ा और खुद खाना खाने के लिए जैन धर्मशाला गया। जैन धर्मशाला से ही खाना पैक करवा कर बुद्धिप्रकाश अपनी कार को साइड में रख कर अंदर बैठ कर खाना खाया और गाड़ी में ही सो गया। रिपोर्ट में बताया कि रात को करीब 09.18 के करीब कार में हलचल हुई, जिससे नींद खुली तो देखा कि तीन लोग बैठे हुए थे, जिन्होंने उसे शोर ना मचाने की धमकी दी। इस पर चालक कार में चुपचाप बैठा रहा। तीनों आरोपी कार को पूरी रात इधर-उधर घुमाते रहे और चालक को बोरदा गांव के पास ले जाकर छोड़ दिया। बदमाशों ने उसका फोन भी कांटी गांव के पास झाड़ियों में फेंक दिया। अगले दिन बुद्धि प्रकाश ने सुबह इधर-उधर पता कर वापस चित्तौड़गढ़ पहुंचा और सदर थाना में इसकी सूचना दी। एसआई अमर सिंह ने बताया कि कार में जीपीएस लगा है, जिसके हिसाब से ट्रैक किया गया। इससे पता चला कि गाड़ी पूरी रात कई जगह पर घूमी है। कार को आरोपित लांगच, खारखंडा, हिंगोरिया सहित कई जगह ले गए। कार की लास्ट लोकेशन देर रात 12:42 पर हिंगोरिया, कपासन के पास की थी। पुलिस ने मौके पर जाकर देखा लेकिन वहां कार नहीं मिली। वहीं कांटी गांव के पास झाड़ियों में चालक का मोबाइल भी पड़ा मिला। पुलिस ने बताया कि चालक को फिलहाल बस के जरिए जयपुर भेज दिया गया है। आरोपियों की लगातार तलाश की जा रही है।