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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। समग्र शिक्षा चित्तौडगढ द्वारा प्रतिवर्ष की भॉति इस वर्ष भी विशेष आवश्यकता वाले बालक- बालिकाओं की एक्सपोजर विजिट आयोजित कराई गई।
प्रमोद कुमार दशोरा अति. जिला परियोजना समग्र शिक्षा चित्तौड़गढ ने बताया की समग्र शिक्षा की गतिविधि समावेशी शिक्षा अन्तर्गत विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं को शिक्षा, समाज एवं बाहरी वातारण के ज्ञान हेतु प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी एक्सपोजर विजिट का आयोजन किया गया। यह अन्तर जिला भ्रमण माउण्ट आबु एवं उदयपुर में आयोजित किया गया। इस शैक्षणिक भ्रमण में आरपीडब्ल्यूडी एक्ट 2016 में वर्णित 21 प्रकार की श्रेणी के बालक-बालिका उनके अभिभावक ने दल प्रभारी संदर्भ व्यक्ति CWSN के साथ भाग लिया।
डॉं. लीला चतुर्वेदी सहायक परियोजना समन्वयक एवं समावेशी शिक्षा जिला प्रभारी ने बताया की लोकेश नारायण शर्मा कार्यक्रम अधिकारी समावेशी शिक्षा ने दल प्रभारी, शुभम सहायक दल प्रभारी का निर्वहन करते हुए दो दिवसीय भ्रमण का नेतृत्व किया।
इनके अनुसार हेमेन्द्र कुमार सोनी संदर्भ व्यक्ति CWSN ने भ्रमण में समन्वयन का कार्य करते हुए विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं को राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड राज्य प्रशिक्षण केन्द्र पर एडवेंचर, देलवाडा मंदिर, नक्की झील, राजकीय संग्राहलय, रघुनाथ मंदिर, टॉड रॉक, ब्रम्हा कुमारी संग्राहलय, उनी बाजार, प्राकृतिक स्थल, भारत माता मंदिन, टैंक, भ्रमण के दौरान रोज पार्क विभिन्न प्रकार के गुलाब की जानकारी के साथ झुले, चक्करी का भी बच्चों ने भरपुर आनंद लिया।
उदयपुर मेें फतह सागर किनारे स्थित नीमच माता हेतु रोप वे से पहाडी तक पहुच कर पूरे उदयपुर का दर्शन किया। पश्चिम सांस्कृतिक स्रोत द्वारा संचालित भारतीय संस्कृति केन्द्र शिल्पग्राम में राजस्थान लोक संस्कृति के नृृत्य, कठपुलती नृत्य, टेराकोटा संग्राहलय, ग्रामीण संस्कृति, लुप्त होते साधन, वाद्य यंत्र, लकडी, मिट्टी, जूट, बंधेज, प्रबंधन आदि कार्यो, अन्य राज्य की संस्कृति से परिचित हुए। भ्रमण में संदर्भ व्यक्ति CWSN, अभिभावक, रमेश चन्द्र सेन आदि दल में सम्मिलित रहें।