सीधा सवाल । निम्बाहेड़ा।
चितौड़गढ़ जिले में भी अब कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। जिले के
निम्बाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में रहने वाला एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आया
है। शनिवार शाम को रिपोर्ट आने के बाद पूरे जिले में हड़कम्प मच गया है।
जिला एवं निम्बाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारी बैठक कर
आगामी रणनीति बना रहे हैं। वहीं निम्बाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में कर्फ्यू
की घोषणा हो गई है। प्रशासन की और से सख्ती बढ़ा दी गई है। एहतियात के तौर
पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस युवक के एक निजी हॉस्पिटल में उपचार
कराने की जानकारी मिली है। जानकारी
के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा में लखारा गली में कोरोना
संक्रमण का मामला सामने आया है। यहां रहने वाले एक व्यक्ति की तबीयत ज्यादा
खराब हुई तो उसे शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ लाया गया था। तबीयत ज्यादा खराब
होने पर उसे उदयपुर रैफर किया। यहां शनिवार को आई उसकी रिपोर्ट कोरोना
पॉजिटिव पाई गई है। रिपोर्ट मिलते ही सभी तरफ हड़कंप मच गया। अब प्रशासन
बैठक कर आगामी रणनीति बनाने में जुट गया है। अब प्रशासन इसकी कॉन्टेक्ट
हिस्ट्री निकाल रहा है। बताया जा रहा है कि यह युवक निम्बाहेड़ा की लखारा गली क्षेत्र में रहता है। पॉजिटिव केस सामने आते ही जिला कलक्टर ने शनिवार
शाम को बैठक बुलाई है और आगामी कदम उठाने पर मंथन किया जा रहा है। गौरतलब
है कि यह चितौड़गढ़ का पहला केस है। इससे पहले तक कोरोना संक्रमण का एक भी
केस नहीं था।
- रिपोर्ट आते ही कर्फ्यू की घोषणा
कोरोना
संक्रमित की रिपोर्ट आते ही जिस क्षेत्र में यह युवक रहता है वहां हाइपो
क्लोराइट का छिड़काव किया गया है। साथ ही यहां नगरपालिका क्षेत्र में
बेरिकेट्स लगा कर रास्ते बंद किये जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण का मामला
सामने आने के बाद प्रशासन ने एहतियात बरतने शुरू कर दिए हैं। पुलिस
संक्रमित युवक की ट्रावेल हिस्ट्री खंगाल रही है। वही एहतियात के तौर पर
निंबाहेड़ा में कर्फ्यू की घोषणा हो गई है। पुलिस व प्रशासन के वाहन से इस
संबंध में घोषणा की जा रही है। वहीं चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी सर्वे और
जांच के लिए कार्य योजना तैयार करने में जुट गए हैं।
- लखारा गली पहुंचे अधिकारी
इधर,
कोरोना का पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद निंबाहेड़ा की लखारा गली में एसडीएम
पंकज शर्मा, डीवाईएसपी जगराम मीणा, नगरपालिका अध्यक्ष सुभाष शारदा, अधिशासी
अधिकारी मुकेश कुमार, सदर थाना अधिकारी फूलचंद टेलर, निंबाहेड़ा कोतवाल मय
जाप्ता, पार्षद मनोज पारख, रवि सोनी आदि पहुंचे। डीवाईएसपी जगराम मीणा ने
वहां तैनात पुलिस कांस्टेबल और होम गार्डों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जानकारी मिलते ही पूरी गली और आसपास के मोहल्लों को बेरिकेट्स लगा कर सील
किया गया। नगरपालिका के कर्मचारियों द्वारा पूरे क्षेत्र को सेनिटाइज किया
गया।
- संक्रमित के करीबी होंगे क्वॉरेंटाइन
निंबाहेड़ा
में कोरोना वायरस पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने फुर्ती दिखाते हुए
तुरंत गली को सील किया। साथ ही प्रशासन रोगी के सम्पर्क वालों की सूची और
इसकी ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में पता कर रहा है। हालांकि अभी तक किसी को
क्वॉरेंटाइन नहीं किया गया है। अब जिला चिकित्सा अधिकारी के निंबाहेड़ा आने
के बाद रोगी के करीबियों को क्वॉरेंटाइन किया जा सकता है।
- निजी हॉस्पिटल में चल रहा था उपचार
प्रारंभिक
जानकारी में सामने आया कि मनीष सोनी कुछ दिनों पूर्व बीमार हुआ था। उसके
पश्चात इसका इलाज निंबाहेड़ा के सेवानिवृत्त चिकित्सक डॉ. आरके गुप्ता ने
अपने निजी चिकित्सालय में किया था। इसकी तबीयत बिगड़ने पर शुक्रवार को
निंबाहेड़ा राजकीय उपजिला चिकित्सालय भेजा गया। यहां से तबीयत ज्यादा खराब
होने के कारण चित्तौड़गढ़ रैफर किया गया। चित्तौड़गढ़ से भी उसे उदयपुर
रैफर कर दिया गया। यहां मनीष का उपचार जारी है।
- हर दिन 100 से ज्यादा रोगी, बढ़ सकता है खतरा
जानकारी
मिली है कि कोरोना संक्रमित युवक का निम्बाहेड़ा में सेवानिवृत्त चिकित्सक
डॉ. आरके गुप्ता के हॉस्पिटल में इसका उपचार चल रहा था। यहां प्रतिदिन 100
से 150 रोगी तक उपचार कराने आते हैं। इनमें अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रो के
हैं। साथ ही इसी हॉस्पिटल के सामने एक लैब भी है। चिकित्सालय के रोगी वहां
जांच कराने भी जाते हैं। ऐसे में अब प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ सकती
है।
प्रशासन के सामने अब बड़ी चुनौतीजिले में
प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार अच्छा कार्य किया जा रहा है। अब तक
571 सेम्पल भेजे गए जो नेगेटिव आये है। प्रशासन द्वारा डोर तो डोर सर्वे भी
करवाये जा रहे है। लेकिन निम्बाहेड़ा में शनिवार को पहला कोरोना पॉजिटिव
केस आया है, जिसको तबियत खराब होने पर उदयपुर रेफर किया गया था। प्रशासन के
सामने अब बड़ी चुनौती होगी कि इसे फैलने से कैसे रोका जाए। उसके संपर्क में
आये लोगों को ट्रेस करना और आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन करना एक बड़ी चुनौती
होगी। अभी तक प्रशासन द्वारा 41 हजार 742 जनों को होम क्वॉरेंटाइन कर रखा
है जिनमें से 31 हजार 931 जनों का 14 दिन का क्वॉरेंटाइन खत्म हो चुका है।
बाकी बचे 9 हजार 821 जने अभी भी क्वॉरेंटाइन में है। वहीं पुलिस प्रशासन के
लिए भी ये सिर दर्द होगा कि लोगों से लॉक डाउन की पालना कितनी कठोरता से
करवाई जाए। अब देखना होगा कि प्रशासन की और से क्या मापदंड अपनाया जाएगा।