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निम्बाहेड़ा। पूर्व मंत्री श्रीचन्द कृपलानी ने मंगलवार को जिला कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर निम्बाहेड़ा में कोरोना संक्रमण के चलते कर्फ्यू के कारण आमजन व किसानों को हो रही समस्याओं के समाधन कराने के लिये ध्याना आकर्षित किया है। मंत्री कृपलानी ने जिला कलेक्टर को अवगत कराया कि नगर में गत 25 अप्रैल से कर्फ्यू के चलते आमजन को गेहूं के आटे के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है! नगर के कई वार्डो में किसान वर्ग की आबादी है, जिनके पास गेहूं (अनाज) उपलब्ध है लेकिन आटा चक्कीयां बंद होने से गेहूं की पिसाई भी नहीं हो पा रही है।अतः आटा पिसाई हेतु चक्कियां खोलने हेतु पास जारी करने एवं शहर व गांवो में विभिन्न बीमारियों से पीड़ित लोगों व अकस्मात अस्वस्थता के कारण अस्पताल आने जाने पर कर्फ्यू के कारण लोगों को पुलिस द्वारा रोका जाता है अतः ऐसे लोगों को चिकित्सालय समय या आपातकालीन स्थिति होने पर घर से चिकित्सालय जाने की व्यवस्था भी तत्काल सुनिश्चित करने के लिए कार्यवाही करने के लिए ध्यान आकर्षित किया। कृपलानी ने पत्र में बताया कि निम्बाहेड़ा के कई वार्डों में किसान वर्ग की आबादी है व इन किसानों को नगर क्षेत्र के आसपास अपने खेतो पर फसल संभालने,पशुओं के लिए चारा पानी की व्यवस्था करने व अन्य कृषि संबंधी आवश्यक कार्य के लिए खेत (कृषि फार्म) पर प्रतिदिन जाना-आना पड़ता है। कर्फ्यू के कारण किसानों को कृषि कार्यों को लेकर भारी परेशानी हो रही है, अतः किसानों के लिए कर्फ्यू पास की व्यवस्था की जाना प्रासंगिक है। कृपलानी ने जिला कलेक्टर को बताया कि नगर पालिका क्षेत्र में कोरोना वायरस के दौरान राज्य सरकार के आदेश के बाद भी रेहडी, ठेला चालक, रिक्शा चालक, असहाय घुमंतू एवं रोज कमा कर खाने वाले लोगों के जीवन उपार्जन पर आए संकट को देखते हुए अनुग्रह राशि के रूप में मिलने वाली ढाई-ढाई हजार रूपये की राशि उनके खाते में नहीं डाली गई जिससे उक्त संकटग्रस्त लोग अत्यधिक परेशान है । इसलिये ऐसे पात्र गरीब असहाय/ स्टेट वेण्डर के खाते में सहायता राशि अविलम्ब स्थानांतरित कराई जाकर राहत दिलाई जाना आवश्यक है । उन्होंने स्थानीय रामद्वारा स्थित गौशाला में गायो के लिए चारे की नियमित व्यवस्था कराई जाने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुवे जिला कलेक्टर को बताया कि कर्फ्यू के कारण गौशाला में चारा नहीं आ पा रहा है।