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सीधा सवाल । भीलवाड़ा। अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामदयालजी महाराज का रामद्वारा धाम, माणिक्य नगर भीलवाड़ा में सोमवार चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश कार्यक्रम सादगीपूर्ण, गरिमामय सम्पन्न हुआ। भीलवाड़ा रामद्वारा में 1 जुलाई से 27 अक्टूबर तक कोविड़ 19 की राज्य व केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार ही कार्यक्रम होगें। सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार इस बार गुरू पुर्णिमा के मौके पर भी सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हो सकेगें तथा प्रवचन के कार्यक्रम भी नहीं हो सकेगें।
आचार्यश्री रामदयालजी महाराज की सम्प्रदाय के सन्त रामस्वरूपजी(बेगू,), सन्त निर्मलराम (लुलास), सन्त पप्पूराम महाराज ने अगवानी की। रामनिवास धाम ट्रस्ट के ट्रस्टी जगदीश सोमानी, महावीर बाल्दी के साथ रामद्वारा सेवा समिति भीलवाड़ा, रामस्नेही चिकित्सालय समिति भीलवाड़ा के सदस्यों ने आचार्य श्रीरामदयाल जी महाराज का सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए स्वागत अभिनन्दन किया। इस अवसर पर सरूपा महिला मण्डल की सदस्याओं ने मंगलगीत गा कर सभी भक्तजनों की भावनाएं प्रकट की।
आचार्यश्री रामदयालजी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि हम सभी को वर्तमान समय मे कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए सरकारी व प्रशासनिक व्यवस्थाओ के अनुरूप पालन करना है। इसीलिए राम धुनी, वाणी जी पाठ व आरती के कार्यक्रम सन्त जनों द्वारा सम्पन्न होंगे।
इससे पूर्व रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर जगतगुरू आचार्यश्री स्वामी रामदयाल महाराज ने भीलवाड़ा चार्तुमास के लिए सोमवार को अलसुबह शाहपुरा से रामत (प्रस्थानगी) ली। स्वामी रामदयाल महाराज ने रविवार को शाहपुरा रामद्वारा से रामत ली और यहां पर रामकिशोरजी महाराज की छतरी पर भक्तों को एडवाइजरी के अनुरूप भक्तों को दर्शन दिये तथा सभी से एडवाइजरी के अनुरूप सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने की अपील भी की।
भीलवाड़ा रामद्वारा में 1 जुलाई से चार्तुमास काल प्रांरभ होगा। वर्तमान में एडवाइजरी के अनुसार केवल वाणीजी का पाठ नियमित चलेगा। चार्तुमास प्रवास के दौरान भीलवाड़ा में एडवाइजरी की पालना करते हुए कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम नही ंहोगा। 5 जुलाई को गुरूपूर्णिमा पर भी कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा इसलिए आचार्यश्री ने सभी भक्तों से कहा है कि वो अपने घरों से ही गुरू वंदना करके एडवाइजरी का पालन करें। भीलवाड़ा में केवल सीमीत संख्या में संतों की मोजूदगी में ही कार्यक्रम होगा। उन्होंने जोर देकर कहा है कि कोरोना एडवाइजरी के मुताबिक जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों की पालना करते हुए भीलवाड़ा रामद्वारा में भी फिलहाल कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हो सकेगा। चार्तुमास के सभी कार्यक्रम सादगी पूर्ण तरीके से सीमित संख्या की मौजूदगी में संपन्न होगें। उन्होंने बताया कि शाहपुरा रामद्वारा में 23 मार्च से ही मुख्य द्वार बंद रखा गया है, वहां एडवाइजरी की सख्ती से पालना की गई है, भीलवाड़ा रामद्वारा में भी ऐसा ही किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की धार्मिक स्थलों के संबंध में आगे कोई नई एडवाइजरी जारी होगी तो उसके अनुरूप निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने देश भर के रामस्नेही अनुरागियों व भक्तों से अपने अपने घरों से ही वंदन व सभी कार्यक्रम संपन्न करने का आव्हान करते हुए कहा है कि दुनियां से कोरोना समाप्त हो इसके लिए वो स्वयं भी परमात्मा से प्रार्थना करते है व सभी भक्त करें।