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छोटीसादड़ी। मलावदा गांव में गुरुवार को रामजानकी मन्दिर से कलश यात्रा निकाली गयी। कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिला सिर पर कलश धारण कर मंगल गीत गाते हुए बेंड-बाजो के साथ नृत्य करते हुए चल रही थी। जबकि कथा वाचक पंडित ओम प्रकाश वैष्णव आगे चल रहे थे। गांव के विभिन्न मार्गों से होते हुए शोभायात्रा कथा स्थल पहुंची। जहां आयोजको ने भागवत पोथी की पूजा अर्चना की। गांव के रमेश पारीक ने बताया कि भागवत कथा पण्डित ओमप्रकाश वैष्णव निलिया वाले के मुखारबिंद से हो रही है। कथा मांगीबाई वैष्णव व ग्रामवासियों के सहयोग से करवाई जा रही है। कथा प्रतिदिन सुबह 11 से दोपहर दो बजे तक आयोजित हो रही है। भागवत कथा के पहले दिन ओमप्रकाश वैष्णव ने गोकर्ण व धुंधकारी की कथा सुनाई जिसमें गोकर्ण भगवान का सच्चा भक्त और धुंधकारी अधर्मी और पातकी कर्म में लिप्त था। धुंधकारी ने वैश्याओं पर सब कुछ लुटा दिया था। अंत में वैश्याओं ने उसे मार दिया जिससे वह प्रेत योनि में चला गया। भाई गोकर्ण ने सूर्य की आराधना की तो उन्होंने मुक्ति बतायी। भागवत महापुराण सुनाने को कहा। गोकर्ण ने श्रीमद भागवत महापुराण का अनुष्ठान किया। धुंधकारी की प्रेत आत्मा का आहवान कर उसे पुराण सुनायी जिससे उसकी मुक्ति हुई और वह श्रीहरि के धाम गया। शास्त्री ने कहा कि कर्म और धर्म मनुष्य को उचित करने चाहिये और हिस्सा बंटवारा को लेकर आपस में भाई से रंजिश विवाद नहीं करना चाहिये। भाई ही भाई के काम आता है। उन्होंने कहा कि श्रीमदभागवत महापुराण को नियमित नियम संयम पूर्वक श्रवण करने से समस्त जीवो को सुख शांति और अंत में मुक्ति प्राप्त होती है। इस दौरान आसपास के गांवों से महुडिया, बरेखन, गोमाना, गागरोल, नाराणी, अचारी, सेमरड़ा, छोटीसादडी आदि गांवो से सैकड़ो लोग कथा श्रवण करने पहुंच रहे हैं।