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छोटीसादड़ी। शहर की जैन श्राविका पिंकी नागौरी के 108 उपवास की तपस्या के पारणा महोत्सव पर जैनाचार्य नरदेव सागर सूरी, जीनरत्नासागर सुरीश्वर, जीतरत्नासागर सुरीश्वर, चंद्ररत्नसागर सुरीश्वर एवं मृदुरत्नसागर सुरीश्वर सहित साधु-साध्वी भगवंतो की निश्र तपस्या के उत्सव में शुक्रवार को भगवान की रथ यात्रा एवं तपस्वी की शोभायात्रा हाथी पर निकाली गई। वही, प्रतिदिन कई धार्मिक आयोजन हो रहे हैं। महोत्सव के सातवें दिन आदिनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर में जैनाचार्य मुदूरत्न सागर सूरी ने महा मास के आरंभ की बेला में महामंगलिक का श्रवण करवाया। उसके बाद भगवान की रथ यात्रा एवं तपस्वी की शोभायात्रा हाथी पर बैठकर शुरू हुई।शोभायात्रा में बैंड बाजों की धार्मिक स्वर व ढोल नगाड़ों की थाप पर युवक-युवतियां नाचते गाते चल रहे थे। उनके पीछे जैन आचार्य और साधू-साध्वी ओर उनके पीछे महिलाएं धार्मिक गीत गाती हुई चल रहे थी।भगवान की रथ यात्रा और तपस्वी की शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए, सिद्धाचल वाटिका पहुंची जहां धर्म सभा का आयोजन किया गया। धर्म सभा में जैनाचार्य जीत रत्नसागर सुरि ने कहा कि खाना-पीना मौज मस्ती करना जिंदगी नहीं, बल्कि गंदगी है। हर व्यक्ति को अपनी क्षमता से उठकर तपस्या करनी चाहिए। तप के साथ ही जीना चाहिए। वही, आचार्य की प्रेरणा से लोगो ने जीव दया के लिए फंड भी एकत्रित किया गया। साथ ही जैन समाज की ओर से तपस्वी का सम्मान पत्र देकर, बहुमान किया गया। धर्मसभा में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लेकर धार्मिक लाभ लिया।
आज होगा पारणा...
शहर की जैन श्राविका के 108 उपवास की तपस्या पूर्ण होने पर आज सुबह 10 बजे जैनाचार्य की निश्रा में तपस्वी का पारणा का आयोजन होगा।