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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। वैसे तो चित्तौड़गढ़ शहर अपने आप में ऐतिहासिक महत्व का है। यहां की जमीन कई ऐतिहासिक भवन और प्रतिमाओं को अपने में समेटे हुवे है। विश्व विख्यात चित्तौड़ दुर्ग के अलावा इसके निकट की आबादी में प्राचीन स्थान है। मुगलों की ओर से किए गए हमलों में यहां के निर्माण को ध्वस्त किया गया था, जो की जमीदोंज हो गए थे। ऐसे में समय-समय पर कई बार खुदाई में प्राचीन प्रतिमाएं और पत्थर निकलते है। ऐसे ही ऐतिहासिक पत्थर शहर के ढूंचा बाजार क्षेत्र में सी वरेज लाइन की खुदाई के दौरान मिले हैं। इनमें से एक पत्थर पर भगवान ब्रह्माजी और विष्णुजी है तो दूसरे पत्थर नंदी उकेरे हुवे है। पाषाण प्रतिमाएं निकलने की जानकारी मिली तो मौके पर भारी मजमा लग गया। बाद में इन प्रतिमाओं को शहर में स्थित गणेश मंदिर में रखा गया है। मामले की जानकारी मिली तो कोतवाली थाना अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं और मामले की जानकारी लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है।
जानकारी में सामने आया कि शहर की गनी आबादी के बीच स्थित ढुंचा बाज़ार क्षेत्र में सीवरेज की खुदाई चल रही थी। शाम को खुदाई के दौरान के दो खंडित प्राचीन पत्थर मिले। ठेकेदार ने ही इसकी जानकारी लोगों को दी। इस पर मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। इन्हें को धो कर देखा तो एक पत्थर में नंदी की मूर्ति और दूसरे पत्थर में ब्रह्मा और विष्णु की मूर्ति दिखी। मूर्तियों पर लगी हुई मिट्टी की सफाई के बाद उसे गणेश मंदिर में रखवाया गया है।
चक्र से हुई विष्णु प्रतिमा की पहचान
जानकारी में सामने आया कि इन दोनों ने प्राचीन प्रतिमाओं पर काफी मिट्टी जम गई थी। ऐसे में यहां पर एकत्रित हुए लोगों ने पानी लाकर इन प्रतिमाओं को साफ किया। बाद में निकट स्थित दुकानों से ब्रश लाकर भी सफाई की गई। इसमें यह प्रतिमाएं काफी कुछ स्पष्ट हो गई। एक प्रतिमा पर जिसमें ब्रह्मा और विष्णु थे उसमें चक्र से भगवान विष्णु की पहचान की गई। वहीं बीच में भी कुछ लिखा हुआ था।
गणेश मंदिर में की गई स्थापित
प्रतिमा निकलने की जानकारी मिलने पर कई लोग मौके पर पहुंचे। इस संबंध में मनोज वैष्णव ने बताया कि लौहार मोहल्ले के पास ढुंचा बाजार में जेसीबी के जरिये सीवरेज की खुदाई की जा रही थी। इसमें दो बड़े बड़े पत्थर मिले। मौके पर भीड़ जमा हो गई। इस प्रतिमाओं को शहर में स्थित गणेश मंदिर में रखवाया है। सूचना मिलते ही मौके पर कोतवाली थाना अधिकारी मोतीराम मय जाब्ता भी पहुंचे। पुलिस ने इसकी जानकारी पुरातत्व विभाग को भी दी गई।
दुर्ग के अलावा शहर भी ऐतिहासिक महत्व रखता है
चित्तौड़गढ़ काफी ऐतिहासिक जगह है। यहां चित्तौड़ दुर्ग के अलावा आस-पास पुराने शहर में भी काफी मूर्तियां मिलती रहती है। शहर में अब आबादी ज्यादा होने के कारण मूर्तियां कम मिलने लगी है, लेकिन जब गहरी खुदाई होती है तो प्राचीन मूर्तियां मिल भी जाती है।