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शिक्षा के लिए कीचड़ से होकर स्कूल जाते हैं विद्यार्थी
सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। शिक्षा के लिए माता-पिता अपने नौनिहालों को स्कूल भेज रहे हैं। ताकि वे पढ़ लिख कर नोकरी लगे और अपना भविष्य सुधारे। बच्चे भी इसी उम्मीद से स्कूल की ओर रुख कर रहे हैं कि हमारा भविष्य स्कूल जाने से सुधरेगा। लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा अपने कानों में तेल डालने और लापरवाहियों से बच्चों का भविष्य अब कीचड़ में ही दौड़ रहा है। यही कारण है कि शिक्षा का स्तर ग्रामीण क्षेत्रों में गिरता रहता है,लेकिन अधिकारी व जनप्रतिनिधि बच्चो की समस्या को देख भी नहीं पाते हैं। गुरुवार को महुडिया गांव की स्कूली छात्राएं एसडीएम विनोद कुमार मल्होत्रा के पास अपनी वेदना लेकर पहुंची और भावुकता पूर्ण तरीके से जल्द से जल्द सड़क निर्माण करवाने की मांग रखी। छात्राओं ने एसडीएम को कहा कि सर हमारी सड़क अब तो जल्दी से बनवा दीजिए। हम कीचड़ में खुब गिर गए। अब हमें काफी परेशानी होती है।ऐसे कीचड़ भरे मार्ग से आने-जाने में। हम कहीं बार गिर जाते हैं। कपड़े खराब हो जाते हैं। स्कूल जाने में देरी हो जाती है। एसडीएम मल्होत्रा ने छात्राओं की परेशानी सुनी और जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य करवाने का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि छोटीसादड़ी तहसील के महुडिया गांव के बच्चे उस रास्ते से स्कूल गुजरते हैं, जहां बारिश के दिनों में पानी बहता रहता है। कीचड़ में ही अन्य ग्रामीणों को भी परेशानी भरा सफर करना पड़ रहा है। बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए हर प्रकार की सुविधाओं के लिए प्रयत्न किए जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन की जमीनी हकीकत इससे अलग है। महुडिया गांव से स्कूल जाने का मुख्य मार्ग कीचड़ से भरा रहता है। अब इसका खामियाजा छोटे-छोटे बच्चाें को भुगतना पड़ रहा है। कीचड़ भरे रास्ते में विद्यार्थी कई बार फिसल कर गिर जाते हैं। जिससे उनकी ड्रेस व बैग की सामग्री भी गंदी हो जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि वे सडक के सुधार के लिए कई बार संबंधित अधिकारी को लिखित व मौखिक शिकायत कर चुके हैं। लेकिन किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने आज तक इस ओर ध्यान नहीं दिया है। छात्राओ ने चेतावनी दी है कि जल्द ही इस मार्ग का निर्माण नहीं किया गया तो स्कूली विद्यार्थियों के साथ चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। छात्र छात्राओं ने कहा कि कीचड़ के कारण उनकी किताबें खराब हाे जाती हैं। संजना व मैना जणवा ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए कई बार लिखित व मौखिक सूचना दी गई, लेकिन आजतक मार्ग यथावत ही है। इस दौरान संजना जणवा,मैना जणवा, मधु सुथार, पार्वती प्रजापत, शिवकन्या प्रजापत, प्रेणा जणवा, शानू जणवा, भावना जणवा, संजना गायरी, तनीषा जणवा, भावना जणवा, राधा जणवा, रानू जणवा, उर्मिला जणवा, प्रियंका जणवा, उर्मिला बैरागी, पर्वत गायरी सहित कई छात्राएं मौजूद रही।