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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिला कारागृह चितौड़गढ़ में पार्सल बना कर व्यसन सामग्री फेंकने का क्रम जारी है। रविवार को भी अज्ञात व्यक्ति ने जिला जेल में बैरक पर बीड़ी के बंडल के पैकेट बना कर फेंक दिया। इसे जेल प्रहरी ने देखा तो उच्च अधिकारियों को सूचना दी। जेल प्रहरी ने चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाने में इस संबंध में प्रकरण दर्ज कराया है कोतवाली थाना पुलिस ने कारागृह अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करते हुए मामले में अनुसंधान शुरू कर दिया है।
चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिला जेल में रविवार को किसी अज्ञात व्यक्ति ने व्यसन सामग्री का पार्सल फेंका था। यह व्यसन सामग्री जिला जेल के मुख्य द्वार के बाहरी क्षेत्र से ही फेंकी गई थी। जेल प्रहरी गश्त कर रहा था तब एक पार्सल प्लास्टिक की टेप में तैयार किया हुआ था। जब इस प्लास्टिक की टेप को हटा कर देखा तो अंदर बीड़ी के बंडल थे। इन्हें गिना गया तो पार्सल से 20 नग बीड़ी के बंडल के निकले। जेल प्रहरी ने इसकी सूचना चित्तौड़गढ़ जेल उप अधीक्षक योगेश तेजी को दी। जेल उप अधीक्षक ने भी बीड़ी के बंडल की जांच की और विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई। साथ ही कोतवाली थाने में भी रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। जेल प्रहरी रोहिताश ने कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट दी है। जेल प्रहरी की रिपोर्ट पर कोतवाली थाना पुलिस ने 42 राजस्थान कारागृह अधिनियम के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया। मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। मामले में अनुसंधान प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर रामसिंह को सौंपा है।
मुख्य सड़क से फेंकने की संभावना ज्यादा
चित्तौड़गढ़ जिला जेल में रविवार को फेंका गया पार्सल मुख्य सड़क के ज्यादा करीब पड़ता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने जेल के मुख्य द्वार तथा मुख्य रोड के इधर से ही इस पार्सल को जिला जेल में फेंका है। इस आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि जेल के निकट स्थित निजी बस कंपनी के यार्ड से पार्सल फेंका हो, जो कि पुलिस और जेल प्रशासन के लिए जांच का विषय है।
पहले भी कई बार फेंके जा चुके हैं पार्सल
जानकारी मिली है कि चित्तौड़गढ़ जिला जेल में प्रतिबंधित सामग्री के पार्सल बना कर फेंकने का यह कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी कई बार इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। चित्तौड़ जिला जेल में पहले भी मोबाइल सहित अन्य सामग्री के पार्सल बना कर फेंके गए थे। मामलों का भी कोई खुलासा नहीं हो पाया है। पुख्ता कार्रवाई नहीं होने के कारण इस तरह के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।।