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ट्रेलर चालक की सूझबूझ से कई जाने बची
सीधा सवाल। चिकारड़ा। मंगलवाड़ निंबाहेड़ा राजमार्ग पर चिकारड़ा के रामनगर चौराहे पर निजी बस के और टेक करने के चक्कर में हुआ हादसा। कोई हताहत नही। प्रत्यक्षदर्शियों मे पूर्व जिला परिषद सदस्य कन्हैया लाल अहीर के अनुसार चिकारडा क्षेत्र में घने कोहरे के कारण 5 मीटर दूरी कभी दिखाई नहीं दे रहा था। ऐसी स्थिति में एक निजी बस नंबर आरजे 09 पिए 6505 मंगलवाड़ की ओर से इस घने कोहरे में दनादन स्पीड में चलती हुई दो तीन गाड़ियों को ओवर टैक करते हुए आगे निकली लेकिन उसको सामने से आ रहा ट्रेलर घने कोहरे के कारण नहीं दिखाई दिया। इधर ट्रेलर को सामने से दन दनाती आती स्पीड से बस दिखाई दी। इस ट्रेलर चालक ने यात्री बस को बचाने के चक्कर में अपने ट्रेलर को गड्ढे में गिरा दिया। गनी मत रही कि ट्रेलर पेड़ के झुरमुट में पेड़ों से टकराकर बच गया और भी बड़ा हादसा हो सकता था। बस ने ट्रेलर को ड्राइवर साइड से टक्कर मार दी। ट्रेलर गड्ढे में गिर पड़ा । हालांकि ट्रेलर ड्राइवर के सूझबूझ से इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। लेकिन ट्रेलर ड्राइवर सीरियस घायल हो गया। वही बस चालक को हल्की मामूली चोटें आई। जिनको एंबुलेंस की सहायता से चिकारड़ा के निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कर उदयपुर रेफर किया गया। उदयपुर की तरफ से आ रही बस संख्या आरजे 09 पिए 6505 थीं। बस मंगलवाड़ स्थित मातेश्वरी ट्रेवल्स कंपनी की बताई गई। वही ट्रेलर नौगांवा स्थित राहुल डांगी के पिता का बताएं गया। इस मोके पर उपस्थित पूर्व जिला परिषद सदस्य कन्हैया लाल अहीर द्वारा बताया गया कि आज ट्रेलर चालक अपनी गाड़ी को सुध बुध के साथ अगर खाई में नहीं गिराता तो शायद बस में बैठी 30 -40 सवारी मौत के गाल में समा जाती। ट्रेलर ड्राइवर नें अपनी जान की परवाह किए बिना टेलर को रोडसाइड गड्ढे में उतार दिया। जिससे ट्रेलर पलटी खाते हुए गिर पड़ा। गड्ढे में गिरते हुए पेड़ से टकराने से ट्रेलर चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। पूर्व सरपंच एवं पूर्व जिला परिषद सदस्य कन्हैया लाल अहीर ने मौके से पुलिस को सूचना दी। घना कोहरा इतना था कि कुछ भी आसपास दिखाई नहीं दे रहा था। टकराने की आवाज सुनकर मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए । और दोनों और गाड़ियों को रुकने का इशारा करके एक-एक निकालने का प्रयास करते नजर आए। अहीर अहीर के भरसक प्रयास से ग्रामीण दोनों और लामबंद होते हुए गाड़ियों को रोक रोक कर निकालते नजर आए। बताया कि उदयपुर निंबाहैड़ा राजमार्ग पर चलने वाली स्पीड वाली बसों को या तो स्पीड कंट्रोल कराया जाए। या इनके टाइमिंग में बढ़ोतरी की जाये। इनकी स्पीड के चलते आए दिन हादसे होते हैं। ड्राइवर की लापरवाही और दादागिरी के चलते आमजन त्रस्त हैं। जहाँ मन आया रोक दी जहां मन आया नहीं रोकी। इस स्पीड के चलते आमजन त्रस्त हैं। जनता कुछ कहती है तो लड़ने पर उतारू रहते हैं। मंगलवाड़ निंबाहेड़ा राजमार्ग कहने को तो 40 किलोमीटर का टुकड़ा है। पर इस पर न तो राज्य सरकार ध्यान देती है और ना ही नेता वर्ग या यूं कहें तो सड़क परिवहन निगम भी इस पर ध्यान नहीं देता। जहां कहीं संकेतक होने चाहिए वह संकेतक भी नहीं है। केवल टोल वसूला जा रहा है। सुविधा के नाम पर केवल खंडहर रोड मिलेगा । ऐसी स्थिति ग्रामीणों के लिए बड़ी दुखदाई महसूस हो रही है। आखिर अपना दुखड़ा कहे तो किसको और सुने कौन। अहीर ने बताया की ट्रेलर चालक नोगावा निवासी राहुल डांगी नें बस में बैठे यात्रियों की जान बचाने के लिए अपने आपको खुद कुर्बान कर दिया। अपने स्वयं के टेलर को गड्ढे में डालकर अपनी जान जोखिम में डाल दी। ऐसे शख्स को जिला स्तर पर ही नहीं राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाना चाहिए। वही बस चालकों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। तथा इस रूट पर चलने वाली बसें कितनी गैरकानूनी रूप से चल रही है। इस पर किसी आला अधिकारी ने अब तक कार्यवाही नहीं की। इस पर कार्रवाई की मांग की।