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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। तस्कर चोरी के वाहनों में मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं। इससे की पुलिस के पीछा करने के दौरान वाहन छोड़ कर भागने में पकड़े जाने का भय नहीं रहता। चित्तौड़गढ़ से भी वाहन चोरी कर तस्करी में ले जाए जा रहे है। इसका खुलासा नागौर पुलिस की ओर से एमडीएम के साथ पकड़े गए तस्करी के मामले में हुआ है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दो चोरों ने चित्तौड़गढ़ शहरी क्षेत्र से तीन कार चोरी कर के तस्करों को बेच दी। सदर थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अनुसंधान के बाद न्यायालय में पेश किया। न्यायालय के आदेश पर दोनों को जेल भेज दिया है तो वहीं चित्तौड़गढ़ की कोतवाली थाना पुलिस ने कार चोरी के मामले में दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
चित्तौड़गढ़ सदर थानाधिकारी हरेंद्रसिंह सौदा ने बताया कि सदर थाने पर सदर थाने पर प्रार्थी भगवती लाल शर्मा ने एक रिपोर्ट दी थी इसमें बताया कि गत 26 जून 2022 को प्रार्थी की कार प्रवीण टांक के मकान के यहां से चोरी हो गई थी। इस पर चित्तौड़गढ़ सदर थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत के निर्देश पर जांच शुरू की। सदर थाने के एएसआई अमरसिंह को जांच सौंपी। सदर थाना पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। इसी दौरान जानकारी मिली कि नागौर पुलिस ने एक कार से एमडीएम पाउडर पकड़ा है। तस्करी में प्रयुक्त कार चित्तौड़गढ़ से चोरी हुई है। वही मामले में नागौर पुलिस ने नागौर जिले के भवाद निवासी श्यामलाल को गिरफ्तार किया था। यह जानकारी मिलने के बाद गत दिसंबर माह में चित्तौड़गढ़ सदर थाना पुलिस ने नागौर से प्रोडक्शन वारंट के जरिए श्यामलाल को गिरफ्तार किया। पुलिस इसे चित्तौड़गढ़ लेकर आई और पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में इसने दौसा जिले में रहने वाले विनोद पुत्र रामस्वरूप मीणा तथा सवाई माधोपुर निवासी कुंजीलाल उर्फ बन्नेसिंह पुत्र रामधन गुर्जर से चोरी की कार खरीदना बताया। इस पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को नामजद कर तलाश शुरू की। इस दौरान जानकारी मिली कि अजमेर पुलिस ने कार चोर गिरोह का खुलासा किया है, जिन्होंने 24 वारदात कबूली है। इनमें से तीन वारदात चित्तौड़गढ़ जिले में करना स्वीकार किया है। इस पर सदर थाना पुलिस अजमेर पहुंची और अजमेर से विनोद मीणा तथा कुंजीलाल गुर्जर को गिरफ्तार कर 3 दिन पूर्व चित्तौड़गढ़ लेकर आई। पुलिस ने गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ की। इसमें भगवतीलाल शर्मा की कार को बरामद कर लिया, जो कुंभानगर से प्रवीण टांक के मकान के बाहर से चोरी हुई थी। पुलिस पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को मंगलवार को चित्तौड़गढ़ न्यायालय में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेजने के आदेश दिए हैं। वही इन दोनों आरोपियों को चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाना पुलिस ने जिला जेल से प्रोडक्शन वारंट के जरिए मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। अब कोतवाली पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ करेगी।
तस्करों की मांग पर चुराई क्रेटा कार
पुलिस अनुसंधान में सामने आया कि चोरी के आरोपियों ने चित्तौड़ शहर से तीनों ही वारदात में क्रेटा कार ही चुराई थी। तस्करों की विशेष मांग थी कि तस्करी में उन्हें क्रेटा कार की ही जरूरत है। इस पर दोनों ही बदमाश रेकी करके क्रेटा कार को ही निशाना बनाते थे।
डेढ़ लाख में कार बेचना कबूला
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दोनों ही आरोपी कार चोरी करके के डेढ़ लाख में आगे बेचते थे। प्रारंभिक पूछताछ में डांगियावास निवासी मांगीलाल विश्नोई को कार बेचना सामने आया है। इस पर मांगीलाल विश्नोई को भी सदर थाना पुलिस ने नामजद करते हुए तलाश शुरू कर दी है। पुलिस से यह भी जानकारी मिली है कि मांगीलाल के खिलाफ प्रकरण दर्ज होकर वांछित भी चल रहा है
डिवाइस बना कर कार चोरी को देते अंजाम
सदर थाना पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने तीनों ही कार एक पखवाड़े की अवधि में ही चोरी की थी। वहीं आरोपी कार चोरी की वारदात में डिवाइस का प्रयोग करते थे, इससे लॉक खोलने में आसानी रहती और कार मालिक को इसका पता तक नहीं चलता।