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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय माध्यमिक शिक्षा चित्तौड़गढ़ में कार्यरत उप जिला शिक्षा अधिकारी (शारीरिक शिक्षक) की आईडी हैक कर अज्ञात बदमाशों ने एक शिक्षिका के साथ 18 हजार रुपए की ठगी कर ली। इसकी जानकारी मिलने के बाद शिक्षिका की ओर से चित्तौड़गढ़ में सदर थाने में और तथा साइबर क्राइम पर शिकायत दी है। अब पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
जानकारी में सामने आया है कि अज्ञात बदमाशों ने उप जिला शिक्षा अधिकारी चित्तौड़गढ़ शारीरिक शिक्षा रामगोपाल के मोबाइल आईडी को हैक किया था। व्हाटसप नंबर की डीपी पर उप जिला शिक्षा अधिकारी की फोटो लगा कर शिक्षक और शिक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारियों को मैसेज भेज कर रुपए की मांग की गई थी। इसमें एक शिक्षिका माया कुमारी जोशी ने इसे सही मानते हुए 18 हजार रूपए उनके खाते में भी जमा करवा दिए। बाद में ठगी का पता चला तो सदर थाना पुलिस को रिपोर्ट दी गई है। इसमें शिक्षिका ने बताया है कि उनके साथ ऑनलाइन ठगी हुई है। ठगी करने वालों ने उप जिला शिक्षा अधिकारी राम गोपाल की मोबाइल आईडी को हैंग कर उस पर डीपी पर उनका फोटो लगाया। बाद में प्रार्थियां को मैसेज करके बोला कि हॉस्पिटल में रुपए की अत्यंत जरूरत है और चिकित्सक पहले पैसे मांग रहा है। ऑपरेशन के लिए मोबाइल पर एक फोटो भी डाला। इससे शिक्षिका घबरा गई तथा उप जिला शिक्षा अधिकारी के फोटो लगे मोबाइल आईडी से जो नंबर आए थे उस पर 18 हजार रूपए भेज दिए। बाद में इसकी जानकारी मिली तो ठगी का एहसास हुआ। इस पर तत्काल 1930 नंबर पर सूचना दी तथा बाद बाद में सदर थाने में भी रिपोर्ट दी है।
पैसे भेजते ही फिर मांगे 17 हजार तो हुई शंका
शिक्षिका ने बताया कि प्रार्थिया ने एक मैसेज को सही मानते हुए 18 हजार रुपए पेटीएम के माध्यम से भेज दिए थे। इसके तत्काल बाद ही उप जिला शिक्षा अधिकारी की आईडी से 17 हजार रुपए की और मांग की गई तथा यह भी लिखा कि कुल 35 हजार हो जाएंगे। इससे शिक्षिका को शंका हुई तथा उसने विभाग के अन्य कर्मचारियों से बात की। साथ ही रविवार सुबह उप जिला शिक्षा अधिकारी से ही बात की तो सामने आया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनका फोटो लगा कर व्हाट्सएप के माध्यम से पैसे की मांग की है।
ठगी करने के लिए भेज दिया हॉस्पिटल का फोटो
जानकारी में सामने आया कि शिक्षिका के उप जिला शिक्षा अधिकारी के पास पैसे भेजने के लिए कहा गया। साथ ही दूसरी बार में पैसे भेजने के दौरान थोड़ी देरी हुई तो आरोपी के मोबाइल नंबर से एक फोटो हॉस्पिटल का भेजा गया, जो काफी धुंधला था। इससे कि शिक्षिका फिर से रुपए भेज दें। लेकिन शिक्षिका ने ऐसा नहीं किया।