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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के निंबाहेड़ा में छह दिन पूर्व दिन दहाड़े विकास उर्फ बंटी हत्याकांड में मंगलवार में अपडेट आया है। मामले में वारदात में मौके पर शामिल चार आरोपियों को नामजद कर लिया है, जिन पर पांच-पांच हजार रूपए का ईनाम घोषित किया है। वारदात में सहयोगी की भूमिका में रहने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने प्रारंभिक रूप से हत्या का कारण आपसी रंजिश माना है लेकिन फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कारणों का खुलासा हो पाएगा। चितौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में इसका खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि गत दो फरवरी को विकास उर्फ बंटी आंजना की गोली मार कर हत्या कर दी थी और बदमाश भाग गए थे। इस मामले में निंबाहेड़ा निवासी देवेंद्र कुमावत ने रिपोर्ट दी थी। इस मामले में पुलिस ने हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच निंबाहेड़ा कोतवाल फुलचंद की और से जांच शुरू की। मामले की घटना को गंभीरता से लेते हुते शीघ्र खुलासे के निर्देश दिए। इस पर एएसपी अर्जुनसिंह शेखावत के नेतृत्व में व डिप्टी आशीष कुमार के निकट सुपरविजन में कोतवाली थाना प्रभारी फूलचन्द के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। घटनास्थल के पास लगे सीसी टीवी कैमरा के फुटेज प्राप्त किए जाकर गहन अनुसंधान कर आरोपियों की पहचान मंदसौर जिले पिपलिया मंडी निवासी अजयपाल पुत्र प्रभुलाल जाट, पित्याखेड़ी निवासी सुरेश पुत्र किशोर जाट, गोगरपुरा निवासी कृष्णपाल उर्फ कान्हा पुत्र गुलाबसिंह सिसोदिया तथा अंबानगर निंबाहेड़ा निवासी रमेश उर्फ कान्हा भील के वारदात करना सामने आया। इस पर इन चारों को नामजद कर तलाश शुरू कर दी।
सहयोगियों को किया गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया कि आरोपियों को घटना में प्रयुक्त दोनों बाइक उपलब्ध करवाने वाले व आपराधिक षडयंत्र में भागीदार होने पर अंबानगर निंबाहेड़ा निवासी कमलसिंह पुत्र इंद्रसिंह राजपूत, घटना के बाद आरोपियों को मंदसौर में अपने होटल पर शरण देने वाले मंदसौर जिले के दलोदा थाना अंतर्गत गुलियाना निवासी राहुल पुत्र रोडमल सूर्यवंशी तथा पुलिस के आने पर आरोपियों को जानकारी देकर फरार करने में सहयोग देने वाले पिपलिया मंडी निवासी प्रभुलाल पुत्र भंवर लाल जाट को गिरफ्तार कर लिया। राहुल सूर्यवंशी से पुलिस ने चार जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।
गिरफ्तारी के लिए मंदसौर पुलिस के संपर्क में
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि आरोपी वारदात के बाद मंदसौर की तरफ भागे थे। ऐसे में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर टीमों का गठन किया गया है। तीन टीम मंदसौर में कैंप कर रही है। जिला एवं वृत स्तर पर इन टीमों का गठन किया गया है। साथ ही चित्तौड़गढ़ पुलिस मंदसौर पुलिस के संपर्क में है।
यह थी टीम
आरोपियों को गिरफ्तार करने में
निंबाहेड़ा कोतवाली सीआई फूलचन्द, गंगरार सीआई शिवलाल मीणा, उप निरीक्षक पुनित कुमार, एएसआई सूरज कुमार, सुन्दरपाल, हेड कांस्टेबल प्रमोद, हरविन्दरसिंह, नरेश, कांस्टेबल अशोक, अमित, धर्मेन्द्रसिंह, जगदीश, सुमित, ज्ञानप्रकाश, रतनसिंह, साइबर सेल के हेड कांस्टेबल राजकुमार व कांस्टेबल रामावतार की टीम का गठन किया गया।
एसपी ने रखा चार आरोपियों पर ईनाम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फुटेज में तीन आरोपी दिख रहे थे लेकिन चार आरोपी आए थे। इन चारों को नामजद कर लिया है। फिलहाल चारों फरार चल रहे हैं। इनकी गिरफ्तारी को लेकर पांच हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है।
मामला रंजिश का, अजयपाल की गिरफ्तारी से होगा खुलासा
पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि विकास उर्फ बंटी की हत्या अब तक रंजिश के चलते करना सामने आया है। किस बात की रंजिश और किससे रंजिश थी, इसका खुलासा नहीं हुआ है। अजयपाल की गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा होगा।
अजयपाल पर 9 मुकदमें दर्ज
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी अजयपाल का आपराधिक रिकॉर्ड है। इसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में 9 प्रकरण दर्ज है। साथ ही कमल सिंह का भी आपराधिक रिकॉर्ड होना सामने आया है, जिसकी जांच की जा रही है।