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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। काला सोना कहलाई जाने वाली अफीम की फसल तस्करों के निशाने पर है। अफीम की फसल पर डोडे आकर चीरे लगाने का काम शुरू हो गया है। किसान खेतों में दिन रात पहरेदारी कर रहे है। वहीं इन सभी के बीच तस्कर भी सक्रिय हो गए है। तस्करों ने मंगलवार रात को चंदेरिया थाना इलाके में आने वाले मिश्रों की पीपली गांव में स्थित एक खेत से अफीम के डोडे तोड़ दिए। बताया गया है कि तस्करों ने दो हजार से ज्यादा पौधों को नुकसान पहुंचाया। घटना की जानकारी मिली तो चंदेरिया सीआई मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी।
जानकारी मिली है कि मिश्रो की पीपली गांव में रतन पुत्र रामलाल जाट का खेत घोसुंडा मुख्य मार्ग पर सड़क से तीसरे नंबर पर है। मंगलवार रात को अज्ञात लोगों ने इसके खेत में जम कर धमाल मचाई। चोरों ने खेत में अफीम के डोडे तोड़े और कट्टों में भी भरे। बुधवार सुबह किसान को इसकी जानकारी मिली। इस पर कई ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए और पुलिस को सूचना दी। इस पर चंदेरिया सीआई कैलाशचंद्र मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर जांच शुरू कर दी है। करीब दो हजार से ज्यादा पौधों को नुकसान पहुंचाने की बात सामने आई है। कुछ कट्टों में डोडे भी भरे हुवे पड़े मिले है। सूचना मिलने पर नारकोटिक्स की टीम भी मौके पर पहुंची। सीआई कैलाशचंद्र ने बताया कि मामले की सूचना मिलने पर पिपली गांव जाकर मौका देखा है। खेत से डोडे तोड़ कर कट्टों में भर कर खेत से करीब 300 मीटर की दूरी पर पड़े मिले। अभी डोडे छोटे हैं। चोरी के स्थान पर नुकसान पहुंचाने की आशंका ज्यादा लग रही है। किसान रात को खेत पर ही सो रहा था लेकिन उसे इसकी भनक तक नहीं लग पाई। सीआई ने बताया कि पुलिस प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।