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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ शहर में गुरुवार को मां की ममता को शर्मसार होते हुए देखा गया। शहर के मध्य से बह रही गंभीरी नदी पर बने महाराणा प्रताप सेतु पुलिया से एक पत्थर दिल ने अपने कुछ ही दिन के कलेजे के टुकड़े को पानी में फेंक दिया। इसकी सूचना मिलने पर महाराणा प्रताप सेतु मार्ग पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा, जिससे यातायात अवरुद्ध हो गया। इसकी सूचना मिलने पर शहर कोतवाल विक्रम सिंह माय जाब्ता मौके पर पहुंचे और मौके पर जमा भीड़ को हटाकर यातायात को सुचारू बनाया। वही पानी में फेंके नवजात को निकालने के लिए सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंची और नवजात के शव को पानी से बाहर निकाला और जिला राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया गया।
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ मुख्यालय के महाराणा प्रताप सेतु मार्ग पर शाम करीब 4 बजे एक पत्थर दिल मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को पानी में फेंक दिया और वहां से चली गई वही वहां पर पुलिया से गुजर रहे एक युवक ने इस घटनाक्रम को आंखों से देखा और इसकी सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी जिस पर शहर कोतवाल मय जाब्ता महाराणा प्रताप सेतु मार्ग पहुंचे और सिविल डिफेंस के गोताखोरों को मौके पर बुलाया और गोताखोरों ने नवजात को बाहर निकाला और चिकित्सालय पहुंचाया जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, वही सेतु मार्ग पर इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी लेने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी जिससे सेतु मार्ग पर यातायात जाम हो गया और काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने रास्ता खुलवाने सफलता प्राप्त की।
वही इसके बारे में एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने दो युवतियों को वहां पर कार से उतरते हुए देखा था और नवजात को फेंकने के पश्चात वह कार में बैठकर रवाना हो गई।
बरहाल अप पुलिस नवजात को फेंकने वाली महिला की तलाश में जुट गई है। वहीं सिविल डिफेंस की टीम में मुकेश भोई, हेमंत भोई, देवीलाल भोईं और कालूराम भोई शामिल रहे।