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चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने जमीनों के मामले में प्रदेश सरकार और विधानसभा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों पर जम कर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में जमीनों की जम कर बंदर बांट का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि धार्मिक जमीनों, गरीब एवं दलित परिवारों की पर कब्जे करने वालों को छह माह बाद भाजपा की सरकार बनते ही भुगतना पड़ेगा। धार्मिक जमीनों को वे चार दीवारी में सुरक्षित करेंगे।
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि चित्तौड़गढ़ में कोई भी धार्मिक जगह हो या सरकारी जमीन हो, उस पर बंदरबांट का खेल चल रहा है। चित्तौड़गढ़ शहर या मेरे विधानसभा में ऐसी कई जमीनें हैं, जिन्हें लोग खरीद कर बेच रहे हैं। चाहे वह गरीबों की जमीने हो या धार्मिक। चित्तौड़गढ़ शहर के लक्ष्मीनाथ की जमीनों को भी सब बेच रहे हैं। पहले भी इस तरह के पट्टे कटे हैं और अभी भी कट रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कई बार विधानसभा में इन मुद्दों को उठाया है। हर बार जांच के नाम पर मामले को रफा-दफा कर दिया गया है। जांच कमेटी में भी ऐसे लोगों को जोड़ा है जो खुद इन जमीनों को खरीदने और बेचने के मामले में शामिल है। आगे आने वाले समय में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। जिन्होंने भी धार्मिक जमीनें दी और ली है, उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं शहरवासियों से वादा करता हूं कि प्रदेश में हमारी सरकार बनते ही आगामी दिनों में इन सभी धार्मिक जमीनों को चार दीवारी बना कर सुरक्षित करूंगा।
बाहरी राज्यों के अपराधी यहां ले रहे शरण
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था तो 15 साल पहले जो यूपी-बिहार में होता था, वह अब राजस्थान में होने लगा है। राजस्थान का हाल भी पुरानी यूपी-बिहार जैसा हो गया है। बाहरी राज्यों से अपराधी यहां आकर शरण ले रहे हैं और यहां का माहौल खराब कर रहे हैं।
धार्मिक भावनाओं से खेल रही प्रदेश सरकार
विधायक आक्या ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार सबकी धार्मिक भावनाओं के साथ भी खेल रही है। धार्मिक स्थान पर झंडे लगाना मना है, भजन के डीजे बजाना मना है और अगर भजन या धार्मिक गीतों को चलाना भी है तो सरकार से परमिशन लेनी होगी। 6 महीने में चुनाव होना है। जनता सब कुछ देख रही है। यह भी जानता हूं कि पिछली बार जितने वोट मिले थे, शायद इस बार उतने वोट भी ना मिले।