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सीधा सवाल। कपासन। सड़क के बीच लटक रहे हाईटेंशन बिजली के तारों को छूते ही टेम्पो में करंट दौड़ने एवं उसमें आग लगने से दो युवक समेत दो घोड़ी जिंदा जल गए। करंट की चपेट आए तीन लोगों ने किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। कपासन थाना क्षेत्र के रामथली गांव में हादसा शनिवार सुबह करीब तीन बजे का है। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को जानकारी दी और लाइट बंद करवाई।आग की चपेट में आकर मरने वालों में से रामथली निवासी शांति लाल पुत्र लेहरु गाडरी और टेम्पो ड्राइवर गांव हथियाना निवासी किशन लाल पुत्र शंकर लाल खटीक शामिल हैं।कपासन थानाधिकारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि शांति लाल शादियों के दौरान निकलने वाली बिंदौरी में घोड़ी ले जाता था।शुक्रवार को शांतिलाल अपने छोटे भाई कैलाश को साथ लेकर गांव पांछली में बिंदौली कार्यक्रम में दो घोड़ी लोडिंग टेम्पो में लेकर गए थे।टेम्पो गांव हथियाना निवासी किशन खटीक का था और किशन ही चला रहा था। इनके साथ में हथियाना निवासी शिवलाल पुत्र बंशीलाल तेली भी था। वह ड्राइवर के साथ गया था।पांछली गांव में बिंदौली निकालने के बाद सभी सुबह 3 बजे टेम्पो से वापस लौट रहे थे। रास्ते में रामथली के पास 11 के वी लाइन का तार फॉल्ट होने के कारण टूट कर नीचे गिरा हुआ था। अंधेरा होने की वजह से तार दिखाई नहीं दिया और टेम्पो उसकी चपेट में आ गया। करंट का झटका लगते ही ड्राइवर किशन ने टेम्पो को रोका। तब तक वाहन में करंट फैल चुका था।वाहन में करंट फैलते ही शांतिलाल (28) कैलाश (25) और शिवलाल जान बचाने के लिए बाहर की तरफ भागे, लेकिन ड्राइवर बाहर नहीं निकल पाया। किशन को फंसा हुआ देखकर घोड़ी मालिक शांति लाल उसे बचाने के लिए दौड़ा।इस दौरान शांति लाल भी करंट की चपेट में आया गया।इस दौरान टेम्पो में आग लग गई और दो अन्य साथियों के सामने किशन, शांतिलाल और दो घोड़ी जिंदा जल गई। वहीं चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण व सूचना पुलिस मौके पर पहुंची।इसके बाद दोनों शवों को कपासन हॉस्पिटल की मॉर्क्युरी में रखवाया गया है।स्थानीय निवासी रतन लाल गाडरी ने बताया कि हादसे के बाद भी लाइन में 11 केवी का करंट दौड़ रहा था।जो लगभग 1 घंटे तक संचालित रहा।समाचार लिखे जाने तक दोनों मृतकों के शव राजकीय रेफरल चिकित्सालय में मौजूद रहे।