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सीधा सवाल। प्रतापगढ़। चित्तौड़गढ़ एसीबी की टीम ने शुक्रवार को प्रतापगढ़ में कार्रवाई को अंजाम दिया। टीम ने एक हेड कॉस्टेबल को 4500 की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। उसे चित्तौड़गढ़ लाया जा रहा है। रिश्वत की राशि भूखंड विवाद में परिवादी के पक्ष में कार्रवाई करने की एवज में ली गई थी. एसीबी द्वारा पूरे राजस्थान में लगातार इस तरह की कार्रवाई की जा रही हैं। उपमहानिरीक्षक एसीबी उदयपुर राजेंद्र प्रसाद गोयल के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ कैलाश सिंह संधू के निर्देशन में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश सिंह संधू ने बताया कि भणेज, ग्राम पंचायत रतनपुरया निवासी बाबूलाल पुत्र लक्ष्मण नाथ द्वारा 29 मई को ब्यूरो कार्यालय चित्तौड़गढ़ में परिवाद दिया गया था। परिवाद के अनुसार उसकी पत्नी के नाम से काफी समय पहले एक प्लॉट खरीदा गया था। उसे हड़पने की नीयत से एक पार्टी द्वारा सुहागपुरा पुलिस थाने में परिवाद पेश किया गया था। इस मामले में परिवादी बाबूलाल के पक्ष में कार्यवाही करने के एवज में सुहागपुरा पुलिस थाने के हेड कॉस्टेबल यशवंत सिंह पुत्र ईश्वर सिंह राजपूत निवासी पचलासा, आसपुर जिला डूंगरपुर द्वारा 10,000 रुपए की मांग की गई थी। काफी सौदेबाजी करने के बाद 7000 रुपए में डील तय की गई। शिकायत के सत्यापन के दौरान यशवंत सिंह द्वारा 2000 लिए गए। संधू के अनुसार शिकायत के सत्यापन के बाद शेष राशि का भुगतान शुक्रवार को किया जाना तय हुआ था। ट्रैप की इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पुलिस निरीक्षक रतन सिंह राजपुरोहित हेड कॉस्टेबल ओम प्रकाश शर्मा, जितेंद्र सिंह, मान सिंह, दिनेश कुमार एवं शेर सिंह की टीम मौके पर पहुंची। टीम द्वारा थाने के आसपास जाल बिछा लिया गया। इस बीच, परिवादी 4500 लेकर यशवंत सिंह के पास पुलिस थाने पहुंचा। वहां जैसे ही बाबूलाल ने राशि यशवंत सिंह को थमाई, घात लगाकर बैठी एसीबी की टीम ने उसे रिश्वत की राशि के साथ दबोच लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है. टीम आरोपी को लेकर चित्तौड़गढ़ रवाना हो गई। जिसे शनिवार को उदयपुर स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा।