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सीधा सवाल। कपासन। जैन श्रवण संघीय संत आचार्य डॉ. शिव मुनि का जन्मदिन सोमवार को अंबेश भवन में दया दिवस के रूप में मनाया गया। 80 श्रावक श्राविकाओं ने पांच पांच सामायिक की दया कर साधना की।चातुर्मास सेवा समिति के अध्यक्ष एस पी सिरोया ने बताया कि श्रवण संघीय आचार्य डॉ. शिव मुनि का जन्मदिन यहां दया दिवस के रूप में साध्वी डॉ. दिव्या प्रभा के सानिध्य में मनाया गया।धर्म सभा में साध्वी डॉ दिव्या प्रभा ने कहा कि आचार्य श्रीशिव मुनि 30 साल से वर्षी तप ध्यान साधना के साथ कर रहे हैं। आपका अध्यात्म का मुख्य विषय ध्यान साधना हैं।आचार्य श्री श्रमण संघ के अविचल और मंगल के लिए समर्पण भाव से कार्य कर रहे हैं। आचार्य श्री हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं।धर्म सभा में मदन चंडालिया और सुनीता सिरोया आदि ने भी विचार व्यक्त किए। इसके साथ ही पर्युषण के अंतर्गत सुबह साध्वी निरुपमा ने अंतगढ़ सूत्र का वाचन करते हुए कहा कि लोगों की चाहत ही दुख हैं, जिसे दुनिया सुख मानती हैं। वस्तुओं का अभाव दुख नहीं हैं, वस्तुओं की चाहत ही दुख का कारण हैं। दोपहर बाद कल्प सूत्र का वाचन किया गया।धर्म सभा में मदन चंदलिया एन, सुनीता सिरोया ने भी विचार व्यक्त किए। आज की प्रभावना जीवन लाल, अशोक कुमार, अनील कुमार दुग्गड परिवार की ओर से थी ।मंगलवार को पर्वाधि राज पर्युषण का आठवां दिन क्षमा याचना के रूप में मनाया जाएगा और अंबेश भवन में तप साधना करने के साथ प्रवचन होंगे।