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चित्तौड़ डेयरी का है मामला
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ (चित्तौड़ डेयरी) कुछ समय से चर्चाओं में है। हाल ही में गेट पर जांच के दौरान एक वाहन में दूध कैरेट ज्यादा संख्या में ले जाने का मामला पकड़ा गया था। वहीं अब चित्तौड़ डेयरी में संचालक मंडल सदस्यों के अपने रिश्तेदारों के नौकरी पर लगाने का मामला भी सामने आया है। लेकिन डेयरी के जिम्मेदार अधिकारी काफी समय से आंखें मूंदे बैठे हुए हैं। इस मामले की गहनता से जांच होती है तो और भी कई अनियमितताएं सामने आ सकती है। डेयरी के अधिकारी भी इस बात को तो स्वीकार कर रहे हैं कि डायरेक्टर के रिश्तेदार नौकरी नहीं कर सकते।
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ में सहकारिता के नियम के विरुद्ध कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया हुआ है। सूत्रों की माने तो कॉपरेटिव में भी कोई अध्यक्ष अथवा डायरेक्टर के पद पर होते हुए रिश्तेदार को नौकरी पर लगाने का नियम नहीं है। लेकिन फिलहाल ऐसा देखने को मिला है कि डायरेक्टर के रिश्तेदारों को चित्तौड़ डेयरी में नौकरी पर रखा गया है। सूत्रों की माने तो बड़ोदिया सर्किल की डायरेक्टर के दो रिश्तेदार चित्तौड़ डेयरी में नौकरी कर रहे हैं। इसी तरह का निंबाहेड़ा क्षेत्र से डायरेक्टर का एक रिश्तेदार डेयरी में कार्मिक है। रेन का खेड़ा से महिला डायरेक्टर के रिश्तेदार तथा हथियाना क्षेत्र से डायरेक्टर के भी एक रिश्तेदार के डेयरी में नौकरी करने की जानकारी सामने आ रही है। नियमानुसार मामले की जांच पड़ताल हो और डेयरी के जिम्मेदार अधिकारी अगर अपनी जिम्मेदारी को निभाते हैं तो इस तरह की अनियमितता का खुलासा कर नियमानुसार कार्यवाही कर सकते हैं।
फिर जांच करने में कर सकते हैं संकोच
सैंया भए कोतवाल तो फिर डर काहे का यह कहावत चित्तौड़ डेयरी में सटीक बैठ रही है। अगर कर्मचारी कार्य नहीं करते हैं तथा किसी प्रकार की अनियमितता की जाती है और रिश्तेदार ही डायरेक्टर हो तो फिर कार्यवाही और जांच होने की संभावना कम हो जाती है।
कार्य का भी हो मूल्यांकन
चित्तौड़ डेयरी में डायरेक्टर के रिश्तेदारों के काम करने का मामला तो सामने आया है लेकिन इससे भी ज्यादा अनियमितता अगर उनके कार्यों की जांच हो तो उसमें सामने आ सकती है। जानकार सूत्रों ने बताया है कि डायरेक्टर के जो रिश्तेदार लगे हुए हैं इनमें से कुछ तो ऐसे हैं जो केवल हस्ताक्षर कर के चले जाते हैं और वेतन उठा कर नियमों को धत्ता बता रहे है। ऐसे में नियम विरुद्ध लगे होने के साथ ही जब से डेयरी में लगे तब से अभी तक के उनके कार्य का मूल्यांकन की भी हो।
वर्जन ....
चित्तौड़ डेयरी में मैनें हाल ही में कार्य भार ग्रहण किया है। डायरेक्टर के रिश्तेदार डेयरी में नौकरी नहीं कर सकते। अभी ही यह विषय सामने आया है। इसकी जांच करवा कर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
सुरेश सेन, एमडी, चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ