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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। किसानों के हितों के लिए काम करने और आम जनता की सरस दूध सहित अन्य उत्पाद उपलब्ध करवाने वाली चित्तौड़ डेयरी में सब कुछ सही नहीं चल रहा है। चित्तौड़ डेयरी में राजनीतिक खींचतान की बानगी बुधवार को ही देखने को मिली, जब संचालक मंडल की बैठक कौरम के अभाव में स्थगित कर दी गई। बोर्ड चेयरमैन ने एमडी पर सरकार के दबाव में काम करने, कई बीएमसी बंद करने का आरोप लगाया। वहीं दूसरी और चित्तौड़ डेयरी के एमडी ने चेयरमैन के आरोपों को नकारते हुवे कहा कि वे नियमों से बंधे हुवे हैं। नियमों से हट कर वे कोई निर्णय नहीं कर सकते है। वहीं सूत्रों की मानें तो बैठक से पहले भी बोर्ड सदस्यों व डेयरी के अधिकारियों में काफी खींचतान हुई और नौबत बोलचाल तक पहुंच गई। फिलहाल बैठक स्थगित करते हुवे इसकी सूचना आरसीडीएफ जयपुर को भी कर दी गई है। कौरम पूरा नहीं होने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई।
जानकारी में सामने आया कि चित्तौड़ डेयरी की साधारण सभा की बैठक बुधवार को आहूत कर संचालक मंडल के सदस्यों को सूचना कर दी थी। तय समय पर पूरे सदस्य नहीं पहुंचे। वहीं डेयरी चेयरमैन बद्री जगपुरा और इनके समर्थित सदस्यों सहित सात सात सदस्य ही आए थे। ऐसे में कौरम पूरा नहीं हो रहा था। इस दौरान डेयरी चेयरमैन बद्री जगपुरा व सदस्य एमडी सुरेश सेन से उलझ गए। अध्यक्ष व सदस्यों ने एमडी पर सत्ता के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। साथ ही यह भी कहा कि डेयरी को राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया है। बिना कारणों के बीएमसी बंद की जा रही है और किसानों का भुगतान रोका जा रहा है। किसानों को संचालक मंडल सदस्य से इस्तीफा देने के लिए भी धमकाया जा रहा है। इन सभी का असर दुग्ध के उत्पादन पर हो रहा है। चित्तौड़ डेरी का दूध का उत्पादन घट गया है। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय किए जाने थे। आगामी कार्य योजना पर भी चर्चा होनी थी। लेकिन एमडी की हठधर्मिता के कारण कुछ भी निर्णय नहीं हो पाए। सदस्यों ने जाकर बीएमसी बंद करने को लेकर आपत्ति जताई थी। लेकिन इस पर एमडी की का कोई सकारात्मक रवैया देखने को नहीं मिला है। इसका नुकसान किसानों को उठाना पड़ेगा। वहीं दूसरी और चित्तौड़ डेयरी के एमडी सुरेश सेन ने बताया कि आज बोर्ड बैठक आयोजित की जानी थी लेकिन पर्याप्त सदस्य नहीं आए। इसके कारण इस बोर्ड बैठक को स्थगित कर दिया गया। बोर्ड बैठक के एजेंडे में कई महत्वपूर्ण बिंदु थे और आगामी योजनाओं पर चर्चा भी करनी थी। लेकिन संचालक मंडल सदस्यों की संख्या पूरी नहीं हो पाई। उन्होंने डेयरी चेयरमैन के आरोपों को लेकर कहा कि वे राजनीतिक व्यक्ति हैं और कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र रहें। मैं नियमों से बंधा हुआ हूं। नियम के अनुसार ही कोई निर्णय कर सकता हूं। सदस्यों की संख्या पूरी नहीं होने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई। इसकी सूचना आरसीडीएफ को भी भेज दी गई है।