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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिला मुख्यालय से करीब 17-18 किलोमीटर दूर स्थित घोसुंडा बांध पर कार्यरत ठेकदार पर हमला और कार्यालय में आग लगाने का मामला सामने आया है। इसमें ठेकेदार ने 10 लाख के नुकसान की आशंका जताई है। ठेकेदार की रिपोर्ट पर भदेसर थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार जिले के भदेसर थाने में रमेश खोकर पुत्र मूलाराम जाट निवासी नावा तहसील जिला डिडवाना ने अपनी रिपोर्ट दी है। इसमें बताया कि वह घोसुण्डा बांध पर मछली ठेकेदार के अंतर्गत मंगलवार को सुपरवाइजर के रूप में कार्य कर रहा था। इसी दौरान रात को भोई मंगरी निवासी भैरूलाल भोई, नारायण भोई, विजय रावत और अन्य 15-20 लोग हमसलाह होकर आए। इन्होंने चौकीदार विक्रम रायका, कानसिंह, बबलू् मोंगिया आदि के साथ मारपीट की। प्रार्थी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सभी आरोपित लोहे के सरिये, लठ्ठ आदि लेकर आए और कार्यालय पर हमला कर मारपीट की। इसके बाद ऑफिस और कार्यस्थल पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी। प्रार्थी और उसके साथियों को जान से मारने की धमकी दी। अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि पहले भी इन लोगों ने उनकी गाड़ी तोड़ कर मारपीट की थी। इसकी रिपोर्ट भी भदेसर थाने में दी थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। गौरतलब है कि यह लोग मछली चोरी का काम करते है और घोसुण्डा बांध पर शत्रुघन सिंह शेखावत नामक व्यक्ति का मछली का ठेका है, जिसे लेकर आए दिन फसाद होता रहता है। इस संबंध में भदेसर थानाधिकारी मोतीराम सारण ने बताया कि मामला घोसुंडा बांध में मछलियों की चोरी से जुड़ा हुआ है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।