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सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। सोमवार को भगवान श्री सांवलिया सेठ के गंगेश्वर महादेव मंदिर में आगमन पर भक्तों का उल्लास देखते ही बनता था। पलक पावड़े बिछाकर, गाजे-बाजे और पुष्पवर्षा के साथ ग्रामीणों ने पूरे हर्षोल्लास से सांवलिया सेठ का स्वागत किया। इस भक्तिमय वातावरण में नाचते-गाते महिला, पुरुष और बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। गंगेश्वर महादेव की गुफा में जब सांवलिया सेठ और महाकाल ने एक-दूसरे के दर्शन किए, तो मानो दोनों का भक्तिभाव उमड़ पड़ा। भक्तों की कल्पना में यह दृश्य कुछ यूं जीवंत हुआ: “नटखट नंदलाल ने महाकाल से कहा – ‘सुनो महाकाल, मंगला में मैं तुम्हें जगाऊंगा और भभूत का श्रृंगार करूंगा।’ इस पर महाकाल बोले – ‘जब मुरली की मीठी धुन छेड़ोगे, तो मैं डमरू की ताल से संग दूंगा।’” मंदिर मंडल विकास कमेटी के प्रवक्ता गोवर्धन आमेटा ने बताया कि इस दौरान श्री सांवलिया सेठ और पुजारियों का कमेटी की ओर से भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मंदिर मंडल के उपाध्यक्ष बगदीराम जणवा, पुष्कर धाकड़, सचिव किशन जणवा,गणपत माली, रमेश मूंदड़ा, हरीश गमोर, शांतिलाल धाकड़, गणपत धाकड़ सहित अन्य श्रद्धालु भी उपस्थित रहे।