views
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। उदयपुर से चित्तौड़गढ़ वाया कपासन, फतहनगर, मावली स्टेट हाईवे पर पर्याप्त यात्री भार होने के बावजूद रोडवेजों बसों का संचालन अकारण बंद कर देने से आमजन को भारी परेशानी करना पड़ रहा है। साथ ही उन्हें अपने गंतव्य स्थान पर जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर अवैध वाहनों में यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। राजसमंद डिपो की नाथद्वारा जाने वाली रोडवेज बस चित्तौड़गढ़ से चलकर शाम 4.15 बजे कपासन पहुंचती है, जो करीब एक माह से अकारण बंद कर रखी है। इसके अलावा चित्तौड़गढ़ डिपो की बेगूं-उदयपुर बस जो चित्तौड़गढ़ से चल कर शाम 5.30 बजे कपासन पहुंचती है। उसे पिछले करीब 10-12 दिनों से अकारण बंद कर रखी है जिस कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में एक निजी बस नीमच से नाथद्वारा पिछले करीब एक माह से चित्तौड़गढ़ से चल कर शाम 5 बजे कपासन पहुंचती है। उक्त निजी बस को चलाने के पीछे रोडवेज के अधिकारियों की मिली भगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। इसका कारण है कि नाथद्वारा और उदयपुर जाने वाली रोडवेज बसों को अकारण बंद कर देने और उस समय उक्त निजी बस चलाने से महिला एवं वरिष्ठजनों को छुट का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। इससे लोगों को अधिक यात्री किराया देकर सफर करने का मजबूर होना पड़ रहा है। इस संबंध में रोडवेज अधिकारी उक्त दोनों बसों को बंद करने के पीछे यात्री भार कम होना बता रहे हैं, जबकि वास्तविकता में कपासन से भूपालसागर, फतहनगर, मावली रूट पर पर्याप्त यात्री भार है। वर्तमान में संचालित बसों में यात्री अपेक्षाकृत खड़े-खड़े यात्रा कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कपासन से उदयपुर जाने के लिए दिन में 2 बजे रेल सेवा उपलब्ध है उसके बाद आमजन को रोडवेज बस पर निर्भर रहना पड़ता है लेकिन रोडवेज बस भी अकारण बंद कर देने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।