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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी राकेश पुरोहित की अध्यक्षता में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा एवं समन्वय समिति की बैठक का आयोजन ग्रामीण विकास सभागार चित्तौड़गढ़ में किया गया।
बैठक में उपनिदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग नन्द लाल मेघवाल ने बताया कि जिला स्तरीय बैठक में लाइन विभागों के साथ अभिसरण के माध्यम से लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभाग द्वारा समय-समय पर किये जा रहे कार्यो से अवगत करवाया।
अति. मुख्य कार्यकारी ने सभी अभिसरण विभागों को आंगनवाड़ी केन्द्र के लाभार्थियों 0 से 6 वर्श की आयु के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के पोशण स्तर में सुधार करने हेतु भारत सरकार द्वारा दिये गए लक्ष्यों की पूर्ति हेतु निर्देशित किया। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी, को निर्देशित किया गया कि किराये के भवन में संचालित हो रहे 134 आंगनवाड़ी केन्द्रो को रिक्त/खाली विद्यालय भवन में शिफ्ट कराये। रिक्त/खाली विद्यालय भवन नहीं होने पर विद्यालय परिसर में 1250 वर्ग फिट जमीन उपलब्ध है तो भवन निर्माण हेतु स्वीकृति उपलब्ध कराये। विद्यालय परिसर में संचालित आंगनवाडी केन्द्रो पर विद्युत कनेक्शन उपलब्ध करायें। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को नल कनेक्शन रहित आंगनवाड़ी केन्द्रों पर नल कनेक्शन करवाने हेतु निर्देशित किया। विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि जिन आंगनवाड़ी केन्द्रों से हाई टेंशन लाईन गुजर रही है, उन्हें हटाया जाये। आंगनवाड़ी केन्द्र पर मीटर आंगनवाड़ी परिसर में ही लगाये जाये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तारा चन्द गुप्ता को निर्देशित किया गया कि जिले के अति कुपोषित एवं कुपोषित बच्चों की जांच हो, उन्हें आवश्यकता होने पर MTC पर रेफर कराये। महिला एवं बाल विकास विभाग के महिला पर्यवेक्षक को निर्देशित किया कि एनीमिक बच्चों की सूचना स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करें ताकि अति कुपोषित, कुपोषित एवं एनीमिक बच्चों का फॉलोअप किया जा सके। माह में एक बार टीकाकरण दिवस पर उपरोक्त श्रेणी के लाभार्थियों की जांच सुनिश्चित करें।
उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के बाल परियोजना अधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षक को निर्देशित किया कि निरीक्षण के दौरान केन्द्र पर उपलब्ध सभी मापक उपकरण की जांच करे। भवन एवं शौचालय निर्माण हेतु परियोजना स्तर पर विकास अधिकारी से मिलकर कार्य पूर्ण करावें। पोषण ट्रैकर पर सभी डाटा पूर्ण एवं जांच के बाद ही दर्ज करावे तथा जिस दिन मानदेय कार्मिकों के द्वारा पोषण ट्रैकर ओपन नहीं किया जाता है ऐसे मानदेय कर्मियों को मानदेय भुगतान नहीं किया जाये। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में शत प्रतिशत लाभार्थियों को लाभ दिलवाने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने जिले में सीएसआर द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की, जिसमें उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक द्वारा नंदघर कार्यक्रम अन्तर्गत अब तक 208 आंगनवाड़ी केन्द्रों को नंदघर के रूप में विकसित किया गया है। बिरला सीमेन्ट वर्क्स द्वारा 12 आंगनवाड़ी केन्द्रों को विशेश सुविधाओं के साथ विकसित किया जा रहा है। इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा जिले के 3 आंगनवाड़ी केन्द्रों को नया भवन एवं अन्य सुविधाएं दिये जाने हेतु कार्यवाही की जा रही है।
सहायक निदेशक महिला अधिकारिता विभाग राकेश कुमार तंवर ने बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजनान्तर्गत परियोजना स्तर पर गुड-टच-बेड-टच, क्षमतावर्धन कार्यशाला, महिलाओं को कानूनी एवं वित्तीय साक्षरता एवं साईबर क्राइम संबंधी जानकारी हेतु कार्यशाला करवाये जाने हेतु जानकारी दी।
बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी दीलीप सिंह राठौड़, अंकित शुक्ला, रूचि भुकल, मनीश मेघवाल, मुकेश कुमार, रवि कुमार, उमेश चन्द्र कुमावत, मंगलेश्वर शर्मा तथा समता भटनागर जिला समन्वयक एवं जिले की समस्त महिला पर्यवेक्षक, मंत्रालयिक कार्मिक, ब्लॉक समन्वयक एंव विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
अति. मुख्य कार्यकारी ने सभी अभिसरण विभागों को आंगनवाड़ी केन्द्र के लाभार्थियों 0 से 6 वर्श की आयु के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के पोशण स्तर में सुधार करने हेतु भारत सरकार द्वारा दिये गए लक्ष्यों की पूर्ति हेतु निर्देशित किया। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी, को निर्देशित किया गया कि किराये के भवन में संचालित हो रहे 134 आंगनवाड़ी केन्द्रो को रिक्त/खाली विद्यालय भवन में शिफ्ट कराये। रिक्त/खाली विद्यालय भवन नहीं होने पर विद्यालय परिसर में 1250 वर्ग फिट जमीन उपलब्ध है तो भवन निर्माण हेतु स्वीकृति उपलब्ध कराये। विद्यालय परिसर में संचालित आंगनवाडी केन्द्रो पर विद्युत कनेक्शन उपलब्ध करायें। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग को नल कनेक्शन रहित आंगनवाड़ी केन्द्रों पर नल कनेक्शन करवाने हेतु निर्देशित किया। विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि जिन आंगनवाड़ी केन्द्रों से हाई टेंशन लाईन गुजर रही है, उन्हें हटाया जाये। आंगनवाड़ी केन्द्र पर मीटर आंगनवाड़ी परिसर में ही लगाये जाये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तारा चन्द गुप्ता को निर्देशित किया गया कि जिले के अति कुपोषित एवं कुपोषित बच्चों की जांच हो, उन्हें आवश्यकता होने पर MTC पर रेफर कराये। महिला एवं बाल विकास विभाग के महिला पर्यवेक्षक को निर्देशित किया कि एनीमिक बच्चों की सूचना स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा करें ताकि अति कुपोषित, कुपोषित एवं एनीमिक बच्चों का फॉलोअप किया जा सके। माह में एक बार टीकाकरण दिवस पर उपरोक्त श्रेणी के लाभार्थियों की जांच सुनिश्चित करें।
उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के बाल परियोजना अधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षक को निर्देशित किया कि निरीक्षण के दौरान केन्द्र पर उपलब्ध सभी मापक उपकरण की जांच करे। भवन एवं शौचालय निर्माण हेतु परियोजना स्तर पर विकास अधिकारी से मिलकर कार्य पूर्ण करावें। पोषण ट्रैकर पर सभी डाटा पूर्ण एवं जांच के बाद ही दर्ज करावे तथा जिस दिन मानदेय कार्मिकों के द्वारा पोषण ट्रैकर ओपन नहीं किया जाता है ऐसे मानदेय कर्मियों को मानदेय भुगतान नहीं किया जाये। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में शत प्रतिशत लाभार्थियों को लाभ दिलवाने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने जिले में सीएसआर द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की, जिसमें उप निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक द्वारा नंदघर कार्यक्रम अन्तर्गत अब तक 208 आंगनवाड़ी केन्द्रों को नंदघर के रूप में विकसित किया गया है। बिरला सीमेन्ट वर्क्स द्वारा 12 आंगनवाड़ी केन्द्रों को विशेश सुविधाओं के साथ विकसित किया जा रहा है। इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा जिले के 3 आंगनवाड़ी केन्द्रों को नया भवन एवं अन्य सुविधाएं दिये जाने हेतु कार्यवाही की जा रही है।
सहायक निदेशक महिला अधिकारिता विभाग राकेश कुमार तंवर ने बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजनान्तर्गत परियोजना स्तर पर गुड-टच-बेड-टच, क्षमतावर्धन कार्यशाला, महिलाओं को कानूनी एवं वित्तीय साक्षरता एवं साईबर क्राइम संबंधी जानकारी हेतु कार्यशाला करवाये जाने हेतु जानकारी दी।
बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी दीलीप सिंह राठौड़, अंकित शुक्ला, रूचि भुकल, मनीश मेघवाल, मुकेश कुमार, रवि कुमार, उमेश चन्द्र कुमावत, मंगलेश्वर शर्मा तथा समता भटनागर जिला समन्वयक एवं जिले की समस्त महिला पर्यवेक्षक, मंत्रालयिक कार्मिक, ब्लॉक समन्वयक एंव विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।