views
सीधा सवाल। छोटीसादड़ी। उचित मुआवजा नही मिलने को लेकर रेलवे विभाग के खिलाफ किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को आक्रोशित किसानों ने अपनी जमीन के अधिग्रहण पर उचित मुआवजा न मिलने के कारण रेलवे के निर्माण कार्य को रोक दिया। बड़ी संख्या में किसान निर्माण स्थल पर धरना देकर बैठ गए और रेलवे निर्माण कार्य के पास अपने ट्रैक्टर खड़े कर मार्ग अवरुद्ध कर दिया।
किसानों का आरोप, प्रशासन ने किया धोखा
किसानों का आरोप है कि रेलवे विभाग ने उनकी जमीन अधिग्रहित कर ली, पर उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि बार-बार स्थानीय प्रशासन और रेलवे विभाग को ज्ञापन सौंपने के बाद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया। विरोध कर रहे किसानों ने एसडीएम को एक और ज्ञापन सौंपा था। जिसमें उचित मुआवजे की मांग की गई थी। लेकिन इस पर कोई ठोस निर्णय न होने से वे निराश हैं और अब आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है।
रेलवे लाइन निर्माण कार्य ठप, प्रशासन ने संभाली स्थिति
इस विरोध प्रदर्शन के कारण बड़ीसादड़ी-छोटीसादड़ी से नीमच तक बन रही रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया। एसएचओ तेजकरण चारण के साथ पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा। सीआई ने किसानों और रेलवे ठेकेदार से बात कर विवाद को सुलझाने का प्रयास किया। हालांकि, किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें उनकी भूमि का उचित मुआवजा नहीं मिलता, तब तक वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
लंबे समय से चल रहा विवाद
किसानों ने बताया कि इस मामले में पहले बांसवाड़ा संभागीय आयुक्त को सुनवाई के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन रेलवे के वकील की तरफ से बार-बार जवाब में देरी होने के कारण मामला जिला कलेक्टर चित्तौड़गढ़ के पास भेजा गया। कई महीनों से लंबित यह मामला अब जयपुर संभागीय आयुक्त कार्यालय में फिर से भेजा गया है, लेकिन समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। किसानों का कहना है कि वे बार-बार दौड़ने से परेशान हो चुके हैं और उचित मुआवजा न मिलने तक इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। किसानों ने मांग की है कि उनकी सुनवाई चित्तौड़, प्रतापगढ़ या आसपास के किसी स्थान पर ही की जाए।