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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। हिंदुस्तान जिंक द्वारा सीएसआर के तहत् संचालित शिक्षा संबल कार्यक्रम के तहत़ जिले के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं 17 प्रोजेक्ट स्कूलों के प्रधानाध्यापकों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन कर वर्तमान में किये जा रहे प्रयासों और भविष्य के सहयोग पर मंथन किया गया। मीटिंग में मुख्य जिला अधिकारी कार्यालय से अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक लीला चतुर्वेदी,कार्यक्रम समन्वयक नफीज अहमद एवं 14 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक सम्मिलित हुए। शिक्षा संबल कार्यक्रम से वर्तमान में जिले के 16 गांवों के 17 राजकीय विद्यालयों में विज्ञान, अंग्रेजी एवं गणित विषयों में सहयोग करते हुए कक्षा 6 से 12 के 1477 विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे है। उपस्थित अतिथियों को कार्यक्रम के तहत संचालित प्रयासों एवं उपलब्धियों से परिचित एवं बोर्ड परीक्षा परिणामों में सुधार के लिए आगामी योजनाओं से भी अवगत करवाया। बैठक में हिंदुस्तान जिंक की सीएसआर टीम से सुन्दर राज नायडू, रुचिका चावला, मयंक दर्जी एवं तन्वी सचदेवा उपस्थित थे। कार्यक्रम की साझीदार संस्था विद्या भवन से अरुण कुमार, आशीष चैरड़िया, भवानी भट्ट एवं कार्यक्रम की फील्ड समन्वयक ज्योति जोशी ने हिस्सा लिया। सभी प्रतिभागियों ने हिंदुस्तान जिंक एवं विद्या भवन के प्रयासों की सराहना की और साथ ही अपने-अपने विद्यालयों की वस्तुस्थिति एवं आवश्यकताओं से अवगत करवाया। लीला चतुर्वेदी ने उन विद्यालयों पर फोकस करने का सुझाव दिया जहाँ विषयाध्यापक नियुक्त नहीं है। माध्यमिक स्कूल कंथारिया से कनकमल जैन ने विद्यार्थियों के ड्रॉप-आउट होने के मुद्दे पर ध्यान दिलाते हुए करियर काउंसलिंग सत्र आयोजित करने का सुझाव दिया। हिंदुस्तान जिंक द्वारा शिक्षा संभल कार्यक्रम शिक्षा पर केंद्रित सीएसआर पहल है, जो 2008 से संचालित है जो कि विद्या भवन सोसाइटी के सहयोग से क्रियान्वित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण छात्रों के बीच वैचारिक ज्ञान को मजबूत करना है, जिससे उनके सीखने के स्तर में सुधार हो सके।