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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। गांधीनगर सेक्टर नंबर 5, स्थित आर.एन.टी. विधि महाविद्यालय के विधि विद्यार्थियों ने कलेक्टरी चौराहा गाँधी मूर्ति के पास परिसर में संविधान दिवस पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से संविधान का महत्व और विभिन्न प्रावधानों से सामान्य जनता को अवगत करवाया। प्राचार्य डॉ. मीनाक्षी शर्मा एवं उपाचार्य डॉ. प्रभा भाटी ने बताया कि विधि विद्यार्थियों ने एक नुक्कड़ नाटक तैयार कर सामान्य जनता में विधिक जागरूकता उत्पन्न करने का प्रयास किया। इस अवसर पर विधि व्याख्याता जफ्फर हुसैन वैलिम ने बताया कि संविधान निर्मात्री सभा के अध्यक्ष बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के भारत के संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान के लिये भारत सरकार द्वारा पहली बार बाबा साहब की 125 वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए 26 नवम्बर, 2015 को संविधान दिवस के रूप में मनाया गया तथा इसके पश्चात् प्रति वर्ष इस दिन सम्पूर्ण भारत में संविधान दिवस मनाया जाता है। संविधान दिवस पर आर.एन.टी. विधि महाविद्यालय के विधि विद्यार्थियों द्वारा जन-जागरण के लिए नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। यह नुक्कड़ नाटक चित्तौड़गढ़ शहर के कलेक्टरी चौराहा गाँधी मूर्ति के पास किया गया, जिसमें संविधान की उद्देशिका, मूल अधिकार, नीति निर्देशक तत्व, अल्पसंख्यक, पिछड़ों, दलित वर्गों के अधिकारों, बाल विवाह, छुआ छूत जैसे सामाजिक मुद्दों को लोगों के बीच जाकर उजागर किया तथा इस अवसर पर जन साधारण से प्रगतिवादी सोच को अपनाने की अपील की गई। इस नुक्कड़ नाटक में मुख्य अतिथि सुरेश खटीक, राजस्व अपील प्राधिकारी, चित्तौड़गढ़ (आर.ए.एस.) ने अपने उद्बोधन में नुक्कड़ नाटक का जन-चेतना पैदा करने में योगदान पर प्रकाश डाला तथा उन्होंने संवैधानिक मूल्यों का उल्लेख किया। अतिविशिष्ट अतिथि जिला एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुनील कुमार गोयल ने कानूनी जागरूकता लाने में विधि विधार्थियों के योगदान को अपेक्षित माना एवं उन्होंने संवैधानिक अधिकारों के प्रभावी संरक्षण के लिये कानूनी जागरूकता लाने का संदेश दिया। मुकेश सांखला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, चित्तौड़गढ़ ने समाज में व्याप्त महिला एवं बाल अत्याचार पर प्रभावी नियंत्रण के लिये कानून की भूमिका का उल्लेख किया इसके
अतिरिक्त उन्होंने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विधिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर जोर दिया। अन्य अतिथिगण रामगोपाल ओझा अध्यक्ष भगवती सेवा संस्थान चित्तौड़गढ़ एवं ज्योतिष पुरोहित एवं दिनेश ओझा रहे, जिनका महाविद्यालय के प्रबन्ध समिति के समन्वयक गौरव त्यागी द्वारा ऊपरना ओढ़ाकर स्वागत सत्कार किया गया। नुक्कड़ नाटक को खड़े होकर देखते लोगों को उनके विभिन्न अधिकारों से अवगत कराया गया। नुक्कड़ नाटक के मंचन में विधि विद्यार्थी क्रमशः खुशबु बांगर, फरदीन खान, शाहिना बानू, धीरज धाकड़, राम किशन, रवि मेघवाल, हर्षित सोनी, शागिरा खान, फरदीन कुरैशी, चीना जांगिड़, परीक्षित कल, भूमिका गिरी गोस्वामी, रितेश पांचाल, अजय खेरवाल, अभिषेक आंजना आदि ने भाग लिया। इस अवसर डॉ. प्रभा भाटी ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत भाषण के माध्यम से सत्कार किया। नुक्कड़ नाटक का संचालन विधि सहायक अचार्य मेहा डाड में किया एवं सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन विधि सहायक अचार्य अमित कोहली ने किया। सफल नुक्कड़ नाटक आयोजित करने में वरिष्ठ अधिवक्ता बी.एल. पोखरना एवं विधि आचार्य जमीर आलम, गजेंद्र जोशी, डॉ. प्रियंका शर्मा, सोनिया राजोरा आदि का पूरा सहयोग रहा। नुक्कड़ नाटक देखने के पश्चात उपस्थित लोगों ने इस नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विधिक जागरूकता पैदा करने पर महाविद्यालय के स्टाफगण एवं विधि विद्यार्थियों को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम के अंत में सामूहिक रूप से संविधान की उद्देशिका का वाचन किया गया। विधि व्याख्याता जफ्फर हुसैन वैलिम ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग देने पर विधि सहायक आचार्य एवं विधि विद्यार्थियों के साथ उपस्थित विभिन्न अधिकारियों, कर्मचारियों और जनता का धन्यवाद ज्ञापित किया।