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विधि विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से " साबरमती द रिपोर्ट " देखी
सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। शहर के पुलिस लाइन के पास स्थित महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर बहुउद्देशीय विधि महाविद्यालय,चित्तौड़गढ़ के विधि विद्यार्थियों ने 75वें संविधान दिवस के अवसर पर शहर में स्थित महारानी पद्मिनी मॉल के बाहर चौराहे पर संविधान के प्रति श्रद्धा और निष्ठा रखने, भारत की प्रभुता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने और भाईचारा बनाये रखने और संविधान के प्रति आदर एवं सम्मान रखने के शपथ पत्र पर महाविद्यालय के एलएल.बी., एलएल.एम.,डिप्लोमा इन लेबर लॉ के लीगल एड क्लीनिक पैरावोलियंटर तथा सभी आने-जाने वाली जनता को संविधान की शपथ का वाचन करा कर भारत की प्रभुता, एकता और अखंडता को बनाये रखने के लिए सभी को शपथ दिलाई तथा उनके हस्ताक्षर कराए | तत्पश्चात महाविद्यालय स्टॉफगण और छात्र छात्राओं ने सामूहिक रूप से "साबरमती द रिपोर्ट " फिल्म देखी।
फिल्म देखने के बाद महाविद्यालय प्राचार्य डॉ एस.डी. व्यास, विधि व्याख्यातागण डॉ. सुखदेव रेबारी, डॉ.पूजा राजोरा. डॉ. शिप्रा मूंदड़ा, मुकेश कुमार तोलंबिया , राजेंद्र कुमार राजोरा, निशांत पुरोहित, सुमित उपाध्याय, दीपक पारीक, टीनू चुंडावत तथा दीपमाला कुमावत तथा छात्र छात्राओं ने जनता के साथ मिलकर मॉल परिसर में कार्यशाला आयोजित की जिसमे मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय संविधान विशेषज्ञ डॉ पूजा राजोरा ने बताया की 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान पूर्ण रूप से बनकर तैयार हुआ जिसे संविधान सभा द्वारा स्वीकार किया गया और इसी के साथ संविधान के कुछ अनुच्छेद लागू कर दिये गए | इसके पश्चात् 26 जनवरी 1950 को पूर्ण रूप से संविधान को सम्पूर्ण भारत पर लागू किया गया | छात्र छात्राओ द्वारा संविधान की मूल भावना, मौलिक अधिकारों, नीति निदेशक तत्वों, मूल कर्तव्यों, आपातकालीन उपबंधो, संशोधन प्रावधानों सहित कई जन भावना पर आधारित उपयोगी संवैधानिक प्रावधानों की वहां उपस्थित जनता के समक्ष जानकारी दी गयी |