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सीधा सवाल। निम्बाहेडा। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और इस्कॉन मंदिर के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी के विरोध में निंबाहेड़ा के सर्व हिंदू समाज द्वारा राष्ट्रपति के नाम बुधवार को प्रात: 11 बजे बाबारामदेव व्यायामशाला में एकत्र होकर ज्ञापन दिया जाएगा ।
बंग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के तख्ता पलट के बाद सत्तारूढ़ हुई सरकार के बाद से बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यकों विशेष कर हिन्दू समाज पर चिन्हित कर वामपंथियों और जेहादी मुसलमानों द्वारा हिंसात्मक हमले किये जा रहे है,धार्मिक स्थल तोडे जा रहे है, महिलाओं के साथ बलात्कार किये जा रहे हैं, निर्दोष हिन्दुओं की गिरफ्तारियां की जा रही है। उन्हें अपनी नौकरी,व्यवसाय छोडकर बांग्लादेश छोडने के लिए मजबूर किया जा रहा है। बांग्लादेश की वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार इस अमानवीय हिंसा को रोकने के प्रति गंभीर दिखाई नहीं दे रही है। यह सही है कि एक संप्रभु देश की स्वायत्तता को चुनौती देना किसी दूसरे देश के लिए ठीक नहीं है परन्तु दुर्भाग्य की बात है कि विश्व समुदाय वैश्विक संगठनों और मानवाधिकार संगठनों द्वारा इस सम्पूर्ण घटनाओं को रोकने के जैसे प्रयास करने चाहिए वे नहीं किए गए हैं। भारत सरकार का प्रति उत्तर भी न्यूनतम ही रहा है। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे उत्पीड़न की सम्पूर्ण विश्व,पड़ोसी देशों और भारत की अनदेखी स्वीकार नहीं की जा सकती है। ज्ञापन के माध्यम से समस्त हिंदू समुदाय राष्ट्रपति के माध्यम से मांग करेगा कि भारत सहित विश्व समुदाय इन सब घटनाओं को संज्ञान में ले और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए कि वह हिन्दुओं पर हो रहे उत्पीड़न को तुरंत प्रभाव से रोके और गिरफ्तार इस्कॉन के मुख्य पुजारी चिन्मयदास कृष्ण दास प्रभुजी को तुरंत रिहा करे और बांग्लादेश मे रह रहे अल्पसंख्यकों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करें।