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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। जिले के भदेसर थाने में दर्ज एक प्रकरण के मामले में आईजी उदयपुर को शिकायत दी है। इसमें एक हैड कांस्टेबल को जांच देने पर सवाल उठाए हैं, जो कार्यवाही में शामिल था। इस मामले में भदेसर थाने पर विधि सम्मत कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाया गया है।
प्रार्थी नारायण लाल लड्ढा ने एक शिकायत आईजी उदयपुर को दी है। इसमें आरोप लगाया कि बानसेन गांव में दिन दहाड़े 10 लाख के साइकिल के सामान, ओमनी वैन लूट का मामला हुआ था। इसमें भदेसर थाने में उपस्थिति होकर प्रार्थी ने गत 7 सितम्बर को परिवाद दिया था। लेकिन पुलिस थाना भदेसर द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर परिवादी ने 3 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ को भी इस संबंध में परिवाद दिया। इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर प्रार्थी स्वयं आईजी उदयपुर के समक्ष 17 अक्टूबर को पेश हुआ। आईजी ने प्रकरण दर्ज कर लूटे गए माल को बरामद करने के निर्देश दिए। लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो प्रार्थी ने न्यायालय न्यायिक मजिस्ट्रेट मंडफिया में परिवाद पेश किया। न्यायालय ने पुलिस थाना भदेसर को प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस पर थाना भदेसर ने एफआईआर दर्ज कर ली। प्रार्थी ने आरोप लगाया कि भदेसर थाना पुलिस ने बदनीयति से जो परिवाद में वर्णित घटना में जो धाराएं थी वह नहीं जोड़ते हुए अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रार्थी ने आईजी को कि शिकायत में यह भी बताया कि कानूनी प्रावधान के अनुसार अगर किसी थाने के थानाधिकारी व स्थानीय पुलिसकर्मी का जांच में नाम आता है तो उस एफआईआर की जांच किसी अन्य को दी जाती है। लेकिन उक्त मामले में थाना अधिकारी व स्थानीय थाने के पुलिसकर्मियों की जांच एक स्थानीय थाने के हेड कांस्टेबल को दी है। इससे भदेसर पुलिस भूमिका पर सवाल उठाता है। प्रार्थी नारायणलाल ने आईजी को एक परिवाद देकर उक्त मामले की जांच उच्च अधिकारी से कराने की मांग की है।