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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ एवं महाविद्यालय स्काउट इकाई के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को एकदिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण ‘स्त्री बाल’ कार्यशाला का आयोजन किया गया।महाविद्यालय प्राचार्य डॉ हेमेंद्र नाथ व्यास द्वारा एकदिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन किया गया। प्राचार्य ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभाग से नियुक्त पुलिस कमांडो दुर्गा 86 और पुलिस कमांडो उर्मिला 1187 द्वारा महाविद्यालय छात्राओं को आत्मरक्षा ट्रेनिंग प्रदान की गई। वरिष्ठ संकाय सदस्य डॉ भारती मेहता ने बताया कि आत्मरक्षा का अर्थ आत्मविश्वास से है छात्राओ को हमेशा आत्मविश्वास बनाये रखना चाहिए। आत्मविश्वास बनाये रख कर वे अपने जीवन को सुरक्षित रख सकती है। वरिष्ठ संकाय सदस्य श्रीमती सुमन डाड ने बताया की अधिकातर महिलाएं आत्मरक्षा को एक वैकल्पिक कौशल मानती हैं जो सीखने कि चीजों की सूची में सबसे नीचे होती हैं लेकिन हमे अपने जीवन में आत्मरक्षा के कौशल को सर्वोच्च मानना चाहिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विभाग से नियुक्त पुलिस कमांडो दुर्गा और पुलिस कमांडो उर्मिला द्वारा आत्मरक्षा के सैद्धान्तिक गुर के साथ-साथ छात्राओं को किस प्रकार अपनी रक्षा करनी चाहिए इस विषय की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने यह भी बताया कि आत्मरक्षा न केवल बचाव तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करता है बल्की आत्मरक्षा सबसे महत्वपूर्ण कोशलों में से एक है जिसे महिलाएं सीख सकती हैं, खासकर इस आधुनिकता के युग मे जब महिलाओं के प्रति अपराध लगातार बढ़ते जा रहे है, आत्मरक्षा सबसे महत्वपूर्ण कोशल माना जा रहा है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण छात्राओं की शिक्षा, सुरक्षा, सशक्तीकरण एवं स्वावलंबन के लिए आवश्यकत है, अत: अधिक से अधिक छात्रों को इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लेना चाहिए।
महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ हेमलता महावर ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य लड़कियों को सशक्त बनाना है ताकि वह किसी भी विपरीत परिस्थिति में स्वयं की रक्षा कर सकें। आत्मरक्षा प्रशिक्षण विपरीत परिस्थितियों में स्थिति के बिगड़ने से पहले प्रतिक्रिया करने का तरीका जानने में सहायक होता है।
महाविद्यालय स्काउट रेंजर प्रभारी डॉ सुषमा लोट ने बताया कि महाविद्यालय की सभी नियामित छात्राए राजकीय कन्या महाविद्यालय गांधीनगर चित्तौड़गढ़ में संचालित रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा केंद्र पर में चलाये जा रहे 30 दिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपना पंजीकरण करवा कर लाभ उठा सकती है। इस अवसर पर डॉ. गुणवंती मल्होत्रा, डॉ. संजू बालोत,डॉ. कंचन वर्मा, अनिता कुमारी, अपेक्षा नागोरी, सोनू कुमावत उपस्थित रहे। अंत मे डॉ. मेघा जोशी द्वारा महाविद्यालय महिला प्रकोष्ठ एवं स्काउट महिला इकाई की तरफ से सभी का आभार व्यक्त किया गया।
महाविद्यालय की 100 से अधिक छात्राओं ने इस एकदिवसीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का लाभ उठाया।