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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। विश्व जल दिवस के अवसर पर दुर्ग स्थित फतेश्वर तालाब पर एकल अभियान द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया और जल संरक्षण का संदेश दिया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण संरक्षण गतिविधि की प्रेरणा से आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक धर्मपाल गोयल के सानिध्य में सर्वप्रथम वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तालाब की पूजा की गई। इसके उपरांत तालाब के आसपास फैले पॉलीथिन व अन्य कचरे को हटाकर स्वच्छता अभियान चलाया गया। नगर के धार्मिक कार्य प्रमुख गोविंद कुमार सोनी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को जल संरक्षण की शपथ दिलाई।
इको ब्रिक्स से प्लास्टिक निस्तारण का दिया संदेश
एकल अभियान के संजय शर्मा ने प्लास्टिक निस्तारण के लिए इको ब्रिक्स बनाने की प्रक्रिया भी सिखाई, जिससे प्लास्टिक कचरे का सही उपयोग किया जा सके। इस दौरान धर्मपाल गोयल ने जल संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि "जल है तो कल है।" उन्होंने बताया कि भारत में अनेक नदियों के बावजूद बेंगलुरु जैसे शहर डार्क जोन में पहुंच चुके हैं, जहां हजारों फीट नीचे भी जल उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने यह भी बताया कि मेवाड़ के महाराणाओं ने जल संरक्षण के लिए 84 कुंडों का निर्माण कराया था, जो आपस में जुड़े हुए हैं। लेकिन वर्तमान में कई कुंड जर्जर हालत में हैं या कचरे से भरे पड़े हैं। प्रशासन को इनके संरक्षण और जीर्णोद्धार की ओर ध्यान देना चाहिए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की भागीदारी
इस कार्यक्रम में एकल अभियान के नगर संयोजक प्रियंका प्रजापत, खुशबू, कविता, दिनेश भील, मुरली धाकड़, उदयलाल जटिया, गोपाल कच्छावा, जितेंद्र त्रिपाठी, राजेश, संजय सेन, हरिद्वार के पर्यावरण प्रेमी गंगाराम महाराज, नगर संयोजक गोपाल कृष्ण दाधीच, हर्षिता दाधीच, पंकज धाकड़ सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
अंत में सतीश सोनी ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस आयोजन के माध्यम से जल संरक्षण और पर्यावरण स्वच्छता का प्रभावी संदेश दिया गया।