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चिकित्सकों की कमी आमजन पर पड़ रही भारी

सीधा सवाल। बेगूं। मौसम परिवर्तन के चलते बेगूं उप जिला चिकित्सालय में मरीजों की संख्या में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी देखी जा रही है, लेकिन शनिवार को चिकित्सकों के ट्रेनिंग और अवकाश पर जाने का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा। जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा आमजन को सरकारी चिकित्सालय में बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के नित नए प्रयास किए जाते है, लेकिन बेगूं उपखंड क्षेत्र का सबसे बड़ा चिकित्सालय कहे जाने वाले बेगूं उप जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों के अवकाश सहित अन्य विभागीय कार्यों में जाने से यहां की चिकित्सा व्यवस्था ही गड़बड़ा जाती है। बेगूं उप जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों के करीब 20 पद स्वीकृत है, जिनमें आधे से ज्यादा पद रिक्त है, वही सेवारत चिकित्सकों के अवकाश और विभागीय कार्यों में जाने से चिकित्सालय की व्यवस्था और बिगड़ जाती है। ऐसा ही नजारा शनिवार को बेगूं उप जिला चिकित्सालय में देखने को मिला, जहां मौसम परिवर्तन के चलते सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों की दिन प्रतिदिन बढ़ती तादाद के बीच कुछ चिकित्सकों के ट्रेनिंग पर चले जाने और कुछ अवकाश पर चले जाने से बेगूं उप जिला चिकित्सालय में चिकित्सा व्यवस्था गड़बड़ाने लगी। सूत्रों ने बताया कि एक चिकित्सक द्वारा वार्ड में राउंड पर होने और एक चिकित्सक द्वारा दिल्ली से आने वाली टीम के लिए तैयारियों में लगे होने से एक ही चिकित्सक के कक्ष के बाहर मरीजों की लंबी कतार लगी रही। कहने को बेगूं उप जिला चिकित्सालय बेगूं उपखंड का सबसे बड़ा चिकित्सालय है, लेकिन चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधा उस लिहाज से बहुत कम है, चाहे चिकित्सकों की कमी हो या कोई अन्य कारण। इधर लोगों का कहना है कि बेगूं उप जिला चिकित्सालय में चिकित्सा व्यवस्था गड़बड़ाने से आमजन भी अब निजी चिकित्सालयों का रुख करने लगे है।