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सीधा सवाल। डूंगला। चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला उपखंड के किशन करेरी गांव इन दिनों प्रवासी पक्षियों का एक अनोखा आश्रय स्थल बन गया है। सैकड़ों की संख्या में प्रवासी पक्षी यहां अपने प्रवास काल का आनंद उठा रहे हैं। इनके साथ, दूर-दूर से आने वाले पर्यटक भी इस शांत और सुंदर वातावरण का अनुभव करने पहुंच रहे हैं।
किशन करेरी के तालाब क्षेत्र में रोजी पेलीकन, बार हेडेड गूज, ग्रे लेग गूज, ब्राह्मणी डक, सारस, और ब्लैक विंग्ड स्टिल्ट जैसे पक्षी देखे जा सकते हैं। पर्यटक यहां केवल पक्षियों को देखने ही नहीं, बल्कि प्रकृति के नजदीक समय बिताने के लिए भी आते हैं। बीते वर्ष की आखिरी शाम और नए साल की पहली सुबह का स्वागत करने के लिए कई पर्यटकों ने यहां कैंपिंग की। भैरु लाल पुरोहित के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें गांव की संस्कृति और स्थानीय व्यंजनों का अनुभव करवाया। पर्यटक कैंपिंग के दौरान खुले आसमान के नीचे रात बिताते हैं, जहां केवल परिंदों और वन्यजीवों की आवाजें सुनाई देती हैं। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पर्यटकों को मक्के की राब, दाल बाटी चूरमा, अफीम के पौधों की भाजी, बाजरे की रोटी, और मक्खन-छाछ जैसे देशी व्यंजन परोसे जाते हैं। चूल्हे पर बने इन व्यंजनों का स्वाद शहरी लोगों को खासा लुभाता है। किशन करेरी आने वाले पर्यटक गांव की ग्रामीण संस्कृति और बैलगाड़ी सफारी का आनंद भी ले रहे हैं। बैलगाड़ी में बैठकर पर्यटकों ने गांव का भ्रमण किया और पास के प्राचीन बावड़ी व शिव मंदिर का दर्शन किया। साथ ही, गांव की हस्तकला ने भी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित किया। किशन करेरी में तालाब और इसके आसपास की प्रकृति को बचाने में ग्रीन अर्थ नेचुरल सोसायटी और स्थानीय ग्रामीण अहम भूमिका निभा रहे हैं। तालाब क्षेत्र की सफाई, वृक्षारोपण और जागरूकता अभियानों के माध्यम से यह संगठन पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। रक्षाबंधन पर पेड़ों को राखी बांधने जैसी पहल यहां की अनूठी परंपरा बन चुकी है। पर्यटकों का कहना है कि यहां का शांत वातावरण, प्रवासी पक्षियों का मधुर कलरव, और ग्रामीण जीवन की सादगी मन को सुकून देती है। आधुनिक शहरी जीवन से दूर, गांव में बिताए कुछ पल हर किसी के लिए यादगार बन जाते हैं।
यहाँ दिखे कई प्रजातियों के पक्षी
रोजी पेलीकन, बार हेडेड गूज, ग्रे लेग गुस, यूरेशियन विजन, कॉमन पोचाड़, रेड कस्टर्ड पोचाड़, नॉर्दर्न सोवलर, नॉर्दर्न पिंनटेल, कॉमन टील, गेडवाल, गॉडविट, ब्राह्मणी डक, कोम्ब डक, स्पॉटबील्ड डक, ब्लैकनेक्ड स्टार्क, सारस, कॉमन कूट, पर्पल स्वाम्फेन, ब्लैक विंग्ड स्टिल्ट, स्पूनबिल, लेपविंग, पेंटेड स्टार्क, वूली नेक्ड स्टार्क सहित कई प्रजातियों के पक्षी दिखाई दे रहे हैं ।
