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सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। राज्य सरकार द्वारा “गाँव चलो अभियान” के अंतर्गत आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर 2025 जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आमजन के लिए आशा की किरण साबित हुआ। इन शिविरों में भूमि विवादों का निस्तारण, चिकित्सा सुविधा, सामाजिक सुरक्षा, स्वच्छता, आवास एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे कई कार्य हाथों-हाथ किए गए।
राशमी पंचायत समिति की सांखली
ग्राम पंचायत में शनिवार को आयोजित शिविर में राजस्व विभाग द्वारा ग्राम लालपुरा निवासी किशनलाल नायक के शामलाती खातों पर वर्षों से विवाद चल रहा था। सेवा शिविर में तहसीलदार बेणी प्रसाद सरगरा द्वारा मौके पर राजस्व रिकॉर्ड मंगवाकर बंटवारा करवाया गया और नामांतरण हेतु आदेश जारी किए गए। कई साल पुराना विवाद समाप्त होने पर खातेदार भावुक हो उठे और राज्य सरकार एवं प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
ग्राम करजिया निवासी मदनलाल नायक ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। विकास अधिकारी द्वारा तुरंत ₹12,000 की प्रोत्साहन राशि स्वीकृत की गई। लाभार्थी ने सरकार का धन्यवाद किया।
राशमी पंचायत समिति की उपरेडा ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर में चिकित्सा विभाग द्वारा
टी.बी. पीड़ित उदय लाल सालवी और कोमल किर को निक्षय मित्र योजना के तहत पोषण किट दी गई। नियमित उपचार और चिकित्सा विभाग के मार्गदर्शन में वे आज पूरी तरह स्वस्थ हैं।
वन विभाग द्वारा हरियाळो राजस्थान अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत उपरेड़ा के चारागाह में 1050 पौधे लगाए गए। ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण और ग्लोबल वार्मिंग से बचाव हेतु प्रेरित किया गया।
चित्तौड़गढ़ उपखंड की जालमपुरा ग्राम पंचायत में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर में पंचायती राज विभाग द्वारा 64 वर्षीय नारायण सिंह, जो जन्म से ही विकलांग थे, के लिए शिविर में विशेष सहयोग दिया गया। उनका नया UDID कार्ड बनवाकर पेंशन हेतु आवेदन स्वीकृत किया गया। इससे यह सुनिश्चित हुआ कि शासन की योजनाएँ हर पात्र तक पहुँच रही हैं।
चित्तौड़गढ़ उपखंड की मानपुर ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर में चिकित्सा विभाग द्वारा
सिरडी निवासी रतनलाल जटिया को टी.बी. की पुष्टि पर चिकित्सा विभाग द्वारा समय पर दवा, पोषण किट और ₹3,000 की आर्थिक सहायता दी गई। 84 दिनों तक नियमित उपचार के बाद उनकी बीमारी पूरी तरह ठीक हो गई।
पंचायती राज विभाग द्वारा गोपालनगर निवासी लीला रेगर का परिवार बरसों से कच्चे मकान में रह रहा था। बरसात में पानी टपकने और सर्प-बिच्छु के खतरे से परेशान परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्का मकान स्वीकृत हुआ। अब उनका परिवार सुरक्षित और खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहा है।
भूपालसागर पंचायत समिति की ताणा ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर में राजस्व विभाग द्वारा ग्राम ताणा निवासी रायसिंह बलवंतसिंह राजपूत ने खाता संख्या 493 के सहमति विभाजन हेतु आवेदन प्रस्तुत किया। शिविर के दौरान ही मौके का निरीक्षण कर आपसी विवाद पाया गया। तहसीलदार एवं राजस्व विभाग की टीम ने समझाइश कर दोनों पक्षों की सहमति से बंटवारा संपन्न कराया। वर्षों से लंबित विवाद का हाथों-हाथ समाधान होने पर खातेदारों ने प्रसन्नता व्यक्त की और राज्य सरकार की पहल की सराहना की।
कृषि विभाग द्वारा भैरूलाल निवासी ताणा ने शिविर में कृषि विभाग के प्रशिक्षण में भाग लिया। उन्हें मृदा स्वास्थ्य कार्ड की जानकारी दी गई। रिपोर्ट अनुसार उर्वरकों और कार्बनिक पदार्थों के संतुलित प्रयोग से भूमि की उर्वरता में सुधार हुआ और उत्पादन बढ़ा। इससे प्रभावित होकर प्रार्थी ने सरकार और कृषि विभाग का धन्यवाद जताया।
भूपालसागर पंचायत समिति की गुंदली ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर में कृषि विभाग द्वारा किसान चैनसिंह ने शिविर के दौरान कृषि अधिकारियों द्वारा दी गई उन्नत खेती तकनीकों, सब्जियों की नई किस्मों और मल्चिंग विधि पर प्रशिक्षण लिया। उन्होंने मृदा जाँच कराई और परंपरागत खेती छोड़कर आधुनिक तकनीक अपनाई। इसके परिणामस्वरूप उनकी पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। किसान ने खुशी जाहिर की और राज्य सरकार की योजनाओं को लाभकारी बताया।
विद्युत विभाग द्वारा शिविर के दौरान ग्रामीणों ने शिकायत की कि गाँव में सड़क किनारे एल.टी. लाइन ढीली होकर झूल रही थी। विद्युत विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई कर लाइन को दुरुस्त कराया। इससे ग्रामीणों को राहत मिली और सभी ने सरकार का आभार व्यक्त किया।
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा
शिविर में विभाग द्वारा महिला गोद भराई और अन्नप्राशन कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही महिलाओं एवं बच्चों को विभिन्न किट वितरित की गईं। इस पहल से ग्रामीण महिलाएँ एवं परिवार बेहद उत्साहित दिखे।
ग्रामीण सेवा शिविरों के माध्यम से राज्य सरकार की योजनाएँ गाँव-गाँव तक पहुँच रही हैं और आमजन को तत्काल राहत प्रदान कर रही हैं। भूमि विवाद निस्तारण, कृषि उत्पादन में वृद्धि, विद्युत व्यवस्था का सुधार, तथा महिला एवं बाल कल्याण की गतिविधियाँ, स्वास्थ्य लाभ, पौधारोपण, स्वच्छता एवं आवास जैसी उपलब्धियाँ इस शिविर को विशेष बनाती हैं।
शिविरों में संबंधित क्षेत्र के उपखंड के अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार एवं ग्राम विकास अधिकारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे।