1785
views
views

सीधा सवाल। चित्तौड़गढ़। भारत में पहली ट्रेन 16 अप्रैल 1853 ई. में चली तथा इसके लगभग 72 वर्षों बाद 03 फरवरी, 1925 को बिजली के इंजन से पहली ट्रेन बॉम्बे वीटी से कुर्ला हार्बर तक चली। इसके उपरांत विद्युतीकरण का जो सिलसिला आरंभ हुआ निरंतर चलता रहा और आज 97 प्रतिशत ब्रॉड गेज लाइनों का विद्युतीकरण पूर्ण कर लिया गया है तथा शीघ्र भारतीय रेलव 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हो जाएगा।
रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण के 100वें वर्ष के अवसर पर पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के बिजली विभाग द्वारा बच्चों के बीच रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किए गए। बिजली टीआरडी(कर्षण वितरण) विभाग द्वारा रतलाम में मॉर्निंग स्टार स्कूल में संगोष्ठि का आयोजन किया गया जिसमें विद्युतीकरण के विकास किस प्रकार हुआ तथा इसके क्या फायदे हैं, के बारे में बताया गया । इस संगोष्ठि में स्कूल के 350 से अधिक बच्चे एवं शिक्षक शामिल हुए।
बिजली टीआरओ(कर्षण परिचालन) विभाग द्वारा रतलाम मंडल के रतलाम, उज्जैन, इंदौर, डॉ. अम्बेडकर नगर एवं चित्तौड़गढ़ लॉबी पर बच्चों के लिए निबंध एवं ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया।