views
सीधा सवाल। चितौड़गढ़। पर्यटन के क्षेत्र में पूरे विश्व में अपना नाम कमा चुकी पैलेस ऑन व्हील्स यानी शाही ट्रेन चित्तौड़गढ़ पहुंची है। यह ट्रेन उदयपुर से चल कर रविवार को दोपहर में रेलवे स्टेशन आई। इस ट्रेन में आरटीडीसी के चेयरमेन धर्मेंद्र राठौड़, निंबाहेड़ा विधायक एवं प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी आए थे प्रदेश सरकार के मंत्रियों के साथ ही अन्य पर्यटकों का स्वागत हुआ तथा बाद में इन सभी को चित्तौड़ दुर्ग पर भ्रमण के लिए ले जाया गया
जानकारी में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण के चलते मार्च 2020 में ही शाही ट्रेन के पहियों को ब्रेक लग गए थे। करीब ढाई साल बाद इस ट्रेन को चलाने का प्रयास सरकार ने किया। इस ट्रेन को शुरू करने के लिए सरकार को काफी प्रयास करने पड़े। वहीं सभी तैयारियां पूरी होने के बाद इसका ट्रायल रन पहले लिया गया। इसी के तहत यह ट्रेन रविवार दोपहर में चित्तौड़गढ़ पहुंची है। ट्रायल रन पर पहुंची इस ट्रेन को विशेष रूप से सजाया गया था। इस ट्रेन के साथ आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, आरटीडीसी के एमडी विजयपाल सिंह, शाही ट्रेन के प्रबंधक प्रदीप बोहरा आदि साथ थे। यहां पर आरटीडीसी चित्तौड़गढ़ के मैनेजर रविंद्र चतुर्वेदी ने साफा पहना और गुलदस्ता देकर अतिथियों का स्वागत किया। बाद में सभी अतिथि एवं पर्यटक बसों में बैठ कर दुर्ग भ्रमण के लिए रवाना हो गए। इससे पहले चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पर आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेंद्र राठौर ने मीडिया से बातचीत की है। इसमें उन्होंने कहा है कि पूरे विश्व में ऐसी 10 लग्जरी ट्रेन है, जो सभी बंद पड़ी हुई है। केवल शाही ट्रेन को ही शुरू किया गया है। कोरोना के बाद से ही पर्यटन इंडस्ट्री को बड़ा धक्का लगा था। लेकिन इस ट्रेन के शुरू हो जाने से पर्यटन उद्योग को नया जीवन मिलेगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार प्रयासरत है। कई सरकार आई और चली गई लेकिन गहलोत सरकार ने अलग से पर्यटन को लेकर बजट जारी करते हुए इसे उद्योग का भी दर्जा दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रेन को शुरू करने के लिए वे दो बार नई दिल्ली में गए और रेल मंत्री से मिले। इस ट्रेन को शुरू करने को लेकर रेलवे और आरटीडीसी में कई पेचीदगियां थी, जिन्हें दूर किया। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन विधिवत रूप से 12 अक्टूबर से रवाना होगी।